भारतीय महिला हॉकी टीम ने बुधवार को बिहार के राजगीर हॉकी स्टेडियम में खेले गए महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के फाइनल में चीन को 1-0 से हराकर अपना तीसरा खिताब जीत लिया। इस जीत के साथ भारत ने दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त रूप से सबसे सफल टीम का दर्जा हासिल कर लिया है।
दीपिका बनीं जीत की नायक
भारतीय टीम के लिए दीपिका ने 31वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर निर्णायक बढ़त दिलाई। दीपिका इस टूर्नामेंट में 11 गोल के साथ शीर्ष स्कोरर रहीं। उनकी बेहतरीन प्रदर्शन ने टीम को खिताब तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
मैच का विश्लेषण
पहला क्वार्टर: दोनों टीमों ने आक्रामक शुरुआत की, लेकिन कोई भी टीम गोल करने में सफल नहीं रही।
दूसरा क्वार्टर: भारत और चीन ने कई मौकों पर बढ़त बनाने की कोशिश की। भारत ने दो पेनल्टी कॉर्नर और चीन ने दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए, लेकिन दोनों टीमों का खाता नहीं खुला।
तीसरा क्वार्टर: भारत ने खेल पर पकड़ बनाते हुए 31वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के जरिए दीपिका के गोल से बढ़त हासिल की।
चौथा क्वार्टर: चीन ने कई बार बराबरी करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय डिफेंस ने उन्हें हर बार रोका। भारत ने अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए फाइनल जीत लिया।
भारत का शानदार सफर
भारत ने इससे पहले 2016 और 2023 में यह खिताब जीता था।
पेरिस 2024 ओलंपिक की रजत पदक विजेता चीन को हराकर यह खिताब जीतना भारतीय टीम के लिए बड़ी उपलब्धि है।
भारत अब दक्षिण कोरिया के साथ तीन बार यह खिताब जीतने वाली संयुक्त रूप से सबसे सफल टीम बन गई है।
अन्य मुकाबले
तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में जापान ने मलेशिया को 4-1 से हराया।
भारत की जीत का महत्व
यह जीत भारतीय महिला हॉकी के बढ़ते कद का प्रतीक है। टीम ने दिखा दिया कि वे विश्वस्तरीय टीमों के खिलाफ भी मजबूत प्रदर्शन कर सकती हैं। भारत की यह सफलता आगामी टूर्नामेंट्स और ओलंपिक के लिए एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास लेकर आएगी।
यह खिताब भारतीय हॉकी के लिए ऐतिहासिक है और देश में खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकेत है।