रायगढ़– छत्तीसगढ़ शासन, संस्कृति विभाग, पर्यटन मण्डल एवं जन सहयोग से जिला प्रशासन रायगढ़ हर साल के तरह इस साल भी 39 वें चक्रधर समारोह का आयोजन 7 सितंबर से 16 सितंबर तक रामलीला मैदान में आयोजित की जा रही है।
इस विश्व विख्यात समारोह में दीपमाला सिंह सारथी सुपुत्री चमरु सिंह सारथी रायगढ़ घराने की उभरती हुई कथक नृत्यांगना अपनी प्रस्तुति देंगी। यह ऐतिहासिक आयोजन दिवंगत महाराजा चक्रधर सिंह की स्मृति में किया जाता है जो नृत्य और संगीत के महान संरक्षक थे।
इस समारोह में उनकी योगदान की याद में कलाकारों का अद्भुत प्रदर्शन होता है। दीपमाला सिंह सारथी बीपीए कथक में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है एवं वर्तमान में एमपीए कथक से ही अपने गुरु विदुषी ममता महाराज के सानिध्य में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से शिक्षा प्राप्त कर रही है। उन्होंने पावस-प्रसंग-2024 रायपुर, खजुराहो नृत्य समारोह-2024 मध्य प्रदेश, कथक कुम्भ की इस अद्रितीय गतिविधि को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
नत्यानंजल-2024 भिलाई, अंतरर्राष्ट्रीय कृष्णा कला रतना सम्मान-2023 वृंदावन, कलावंत-2023 रायपुर, देशराग-2023 दुर्ग, नटवर गोपी कृष्णा राष्ट्रीय पुरुस्कार कार्यक्रम-2022 भिलाई में प्रथम स्थान, कलमंजरी कथक संस्थान-2022 बिलासपुर, जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपने नृत्य कौशल का लोहा मनवाया है। इस विशेष कार्यक्रम में दीपमाला सिंह सारथी की लाईव प्रस्तुति को और भी खास बनाने के लिए गौतम दास (पढ़ंत), शिवांशु चौबे (हारमोनियम), अजय कुशवाहा (तबला), इकशेष सेठिया (सितार), और सौरभ पटेल (बासुरी), में अपनी उपस्थिती दर्ज करेंगे।
नीता गहरवार (विभाग प्रमुख), गुंजन तिवारी (प्रोफेसर) तथा इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के सभी गुरुजनों द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। दीपमाला सिंह सारथी के इस उपलब्धि पर अपना आशीर्वाद देते हुए उज्जवल भविष्य की शुभ्कामनाएं दी।