बिलाईगढ़- जिले के बिलाईगढ़ थाना क्षेत्र के पंडरीपानी में एक नवविवाहित महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतका तुलसी रात्रे के मायके वालों ने इसे आत्महत्या का मामला बताते हुए ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाया है।
घटना का विवरण
तुलसी रात्रे की शादी मार्च में पंडरीपानी निवासी रूपनारायण रात्रे से हुई थी। शादी के दो महीने बाद से ही तुलसी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। मृतका के पिता कमल प्रसाद खुराना ने आरोप लगाया कि उनके दामाद और उनके परिवार ने ₹1 लाख नगद और एक मोटरसाइकिल की मांग की थी। तुलसी ने फोन पर यह जानकारी दी थी, जिसके बाद परिवार ने समझाइश दी और गांव में बैठक भी की गई थी।
मौत का कारण और आरोप
तुलसी की मौत के बारे में ससुराल पक्ष का दावा है कि उसने बीपी और हृदय की दवाइयों का अधिक सेवन कर लिया, जिससे उसकी जान चली गई। लेकिन मृतका के मायके वालों का आरोप है कि उसे जानबूझकर दवाइयां खिलाई गईं।
ससुराल पक्ष का बयान:
पति रूपनारायण ने कहा कि उनकी पत्नी पहले से बीपी और हृदय रोग से पीड़ित थी, और उनका इलाज चल रहा था। ससुराल पक्ष ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि तुलसी ने दवाइयों का गलत सेवन किया।
मायके वालों का आरोप:
तुलसी के माता-पिता ने इसे साजिशन हत्या करार दिया और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए।
अंतिम संस्कार को लेकर विवाद
मृतका के मायके वालों का कहना है कि ससुराल पक्ष ने उन्हें अंतिम दर्शन करने का मौका नहीं दिया। उन्होंने सूचना देने के बावजूद शव का अंतिम संस्कार जल्दी कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई
बिलाईगढ़ पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और मृतका के माता-पिता को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। शव का निरीक्षण नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी की उपस्थिति में किया गया।
आरोप-प्रत्यारोप जारी
यह मामला दहेज प्रताड़ना और संदिग्ध मौत का है, जिसमें दोनों पक्ष अपनी-अपनी दलीलें दे रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना महिला सुरक्षा और दहेज से जुड़े मुद्दों पर फिर से सवाल खड़े करती है।