बंगलूरू- कर्नाटक में लापता व्यवसायी मुमताज अली की तलाश जारी है। मंगलुरु में लगातार दूसरे दिन उन्हें ढूंढने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। फाल्गुनी नदी में नांवों और गाताखोरों की मदद से उनकी तलाश की जा रही है। दरअसल, बीते दिन यानी 6 अक्तूबर रविवार को को कुलूर ब्रिज के पास उनकी क्षतिग्रस्त कार मिली थी।
मामले से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि रविवार की सुबह एक व्यापारी के लापता होने की सूचना मिलने के बाद मंगलूरू पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया। लापता व्यापारी की पहचान मुमताज अली के रूप में हुई है। वे जनता दल (सेक्युलर) एमएलसी बीएम फारूक और पूर्व कांग्रेस विधायक मोहिउद्दीन बावा के भाई हैं।
एसडीआरएफ और तटरक्षक बलों ने संभाला मोर्चा
अधिकारियों के मुताबिक, वे रविवार तड़के करीब 3 बजे अपनी कार से घर से निकले थे और बाद में करीब 5 बजे कुलूर ब्रिज के पास रुके। उनका वाहन कुलूर पुल के पास लावारिस हालत में मिला। इससे आशंका जताई जा रही है कि उन्होंने पुल से छलांग लगा दी होगी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे मंगलूरू के पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने बताया कि वाहन क्षतिग्रस्त अवस्था में पाया गया। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और तटरक्षक बल को नदी में तलाशी के लिए बुलाया गया है.
क्या है मामला?
मंगलूरू के सीपी अनुपम अग्रवाल ने बताया, ‘सुबह हमें सूचना मिली कि व्यवसायी मुमताज अली की गाड़ी कुलूर पुल के पास मिली है। हो सकता है कि उन्होंने पुल से छलांग लगाई हो। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच के अनुसार, वह सुबह करीब 3 बजे अपनी कार में घर से निकले, शहर में घूमे और करीब 5 बजे कुलूर पुल के पास अपनी कार रोकी। कार दुर्घटना का शिकार लग रही है। इसके तुरंत बाद उनकी बेटी ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी।