120 किमी प्रति घंटा की स्पीड से उठी हवाएं, बंगाल से टकराया रेमल तूफान; कई जिलों में बारिश

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तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ चक्रवात रेमल पश्चिम बंगाल के तटों से टकराया। मौसम विभाग के मुताबि चक्रवात के लैंडफॉल की पूरी प्रक्रिया पांच से सात घंटे तक चलेगी। इस दौरान 110 से 120 किमी प्रति घंटे की तीव्रता के साथ हवाएं चल रही थीं जो 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच गईं।

मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के प्रभाव से पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों- उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, पूर्वी मिदनापुर, हावड़ा, हुगली में भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग की तरफ से इन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि चक्रवात के चलते 20 सेमी से अधिक बारिश होने की संभावना है। वहीं पश्चिम बंगाल के अन्य जिलों- पश्चिम मेदिनीपुर, नादिया, पूर्वी बर्दवान में ऑरेंज अलर्ट जारी। सोमवार को नदिया, मुर्शिदाबाद में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।

सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे 1 लाख से ज्यादा लोग

एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि भीषण चक्रवात रेमल के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने सुंदरबन और सागर द्वीप सहित तटीय क्षेत्रों से 1.10 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। अगला अधिकारी ने बताया कि इन प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए लेख राज्य आपदा प्रबंधन और एनडीआरएफ की 16-16 बटालियनों को तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है।

अधिकारी ने पीटीआई को बताया, “निकासी प्रयासों में तटीय क्षेत्रों से 1.10 लाख लोगों को सुरक्षित आश्रयों में स्थानांतरित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिनमें से एक महत्वपूर्ण संख्या दक्षिण 24 परगना जिले, विशेष रूप से सागर द्वीप, सुंदरबन और काकद्वीप से है।”

बांग्लादेश में भी लोगों को दी गई राहत

भीषण चक्रवाती तूफान रेमल रविवार रात बांग्लादेश के तटों से टकराया। इस तूफान के ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने देश के निचले दक्षिण-पश्चिमी तटीय क्षेत्रों के संवेदनशील इलाकों से 8 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

मौसम विभाग के प्रवक्ता ने संवाददाताओं को बताया, “चक्रवाती तूफान रात करीब साढ़े आठ बजे (स्थानीय समयानुसार) यह बांग्लादेश के मोंगला और खेपुपारा तट है दक्षिण-पश्चिमी हिस्से से होते हुए भारत में पश्चिम बंगाल तट का पार करना शुरू कर दिया है।” उन्होंने कहा कि तूफान बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी तट और पश्चिम बंगाल के सागर सात घंटों में तट को पार करने की संभावना है I

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