झारखंड के देवघर जिले में रविवार सुबह तीन मंजिला इमारत ढी गई। मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना सुबह करीब 6 बजे हुई। मलबे से चार लोगों को बचाया गया है। बचाव अभियान के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम को तैनात किया गया है।
देवघर के उप-मंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक चार लोगों को बचा लिया गया है। उनको देवघर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मलबे में अभी भी कुछ और लोग फंसे हुए हैं। बचाव अभियान जारी है। अभियान का नेतृत्व कर रहे एनडीआरएफ इंस्पेक्टर रणधीर कुमार ने कहा कि फंसे हुए लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं।
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे भी घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया। फिलहाल राहत बचाव टीम लोगों को मलबे से बाहर निकालने की कोशिश में लगी हुई है। निशिकांत दुबे ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘देवघर में आज सुबह 6 बजे के आसपास बमबम झा पथ पर तीन मंजिला मकान ढह गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत की टीम भिजवाई। सुबह से मैं खुद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और स्थानीय लोगों के साथ घटना स्थल पर मौजूद हूं। स्थानीय लोगों ने अभी तक तीन लोगों को और एनडीआरएफ ने एक महिला को बचाया है। बचाव कार्य जारी है। घायलों के लिए देवघर एम्स ने इलाज की सुविधा कर रखी है।
निशिकांत दुबे ने बताया कि 8 से 10 साल पहले श्रावणी मेले के दौरान ऐसी ही एक बड़ी घटना हुई थी। तब से एनडीआरएफ की एक टीम देवघर में हमेशा तैनात रहती है। आज बचाव अभियान जल्दी शुरू होने की वजह यही है। वहीं, एनडीआरएफ इंस्पेक्टर रणधीर कुमार ने बताया कि एक व्यक्ति को बचा लिया गया है, जबकि कुछ के मलबे में फंसे होने की आशंका है। उन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं।
देवघर के जिला कलेक्टर विशाल सागर ने बताया कि यहां एक तीन मंजिला इमारत गिर गई। जैसे ही हमें इसकी जानकारी मिली, तुरंत एनडीआरएफ की टीम को यहां भेजा गया। हमने यहां से 2 लोगों को बचाया है और उन्हें सदर अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी मिली है कि कुछ और लोग फंसे हुए हैं, इसलिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। मुझे जो प्रारंभिक जानकारी मिली है, उसके मुताबिक यहां कुछ निर्माण कार्य शुरू था। हो सकता है कि घर उतना मजबूत न रहा हो, जिसकी वजह से घर गिर गया। इस मामले की जांच की जाएगी, लेकिन अभी हमारी प्राथमिक चिंता लोगों और उनकी जान बचाना है।