भारतीय सेना में अग्निवीर भर्ती के लिए 2 अगस्त से 12 अगस्त के बीच होने जा रही शारीरिक प्रवीणता परीक्षा का शेड्यूल भारतीय सेना ने जारी कर दिया है। ग्वालियर के दिव्यांग खेल स्टेडियम में शारीरिक परीक्षा होगी।
शारीरिक परीक्षा में ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, टीकमगढ़, छतरपुर, श्योपुर, सागर और निवाड़ी के अभ्यर्थी भाग लेंगे। भारतीय सेना में धार्मिक शिक्षक बनने के लिए मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के जिन अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है, उनकी शारीरिक प्रवीणता परीक्षा भी ग्वालियर में ही होगी।
यह रहेगा शेड्यूल
- अग्निवीर जनरल ड्यूटी- 2 अगस्त से 8 अगस्त तक
- अग्निवीर आफिस असिस्टेंट, एसकेटी, टेक्नीकल- 9 अगस्त
- अग्निवीर ट्रेडमैन- 10 अगस्त
- धार्मिक शिक्षक(मप्र-छत्तीसगढ़)- 12 अगस्त
शारीरिक परीक्षा में इन चरणों से गुजरना होगा
शारीरिक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को सबसे पहले 1600 मीटर की दौड़ पूरी करनी होगी। अभ्यर्थियों को सिंथेटिक ट्रैक पर दौड़ाया जाएगा। इसके बाद चिनअप, ऊंची कूद, लंबी कूद, जिग-जैग चरणों से गुजरना होगा। इन चरणों में उत्तीर्ण होने के बाद अभ्यर्थी को एडिबिलिटी टेस्ट यानि मनोवैज्ञानिक टेस्ट देना होगा। यह 15 मिनट का होगा। इसे उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थियों का मेडिकल परीक्षण होगा।
सेना में यह होते हैं धार्मिक शिक्षक
सेना में जेसीओ परीक्षा के माध्यम से पंडित, ग्रंथी, पारदी, मौलवी, बौद्ध मांक जैसे पदों पर भर्ती होती है। इसमें धार्मिक शिक्षकों का मूल काम सेना की रेजिमेंटों में होने वाले धार्मिक आयोजनों के दौरान पूजन कराना, जवानों को अध्यात्म से जोड़ना और उनका मनोबल बढ़ाना, प्रमुख त्योहारों पर पूजन करना होता है, इसलिए अलग-अलग धर्म से जुड़े धार्मिक कार्य करने वालों की भर्ती की जाती है।
27 से 34 साल के इन अभ्यर्थियों को 8 मिनट में 1600 मीटर की दौड़ लगानी होगी। पहाड़ी एरिया के उम्मीदवारों को दौड़ने के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा। 5000 फीट से 9000 फीट के उम्मीदवारों को 30 सेकंड और 9000 फीट से 12000 फीट के उम्मीदवारों को 120 सेकंड का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।