अय्याशी गैंग का घिनौना खेल, नौकरी के नाम पर 200 लड़कियों से दुष्कर्म, गर्भवती होने पर कराया गर्भपात

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बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहाँ एक नेटवर्किंग कंपनी वालों ने नौकरी दिलाने के नाम पर 200 युवतियों का यौन शौषण किया. विरोध करने पर युवतियों को बेल्ट से किया है. इतना ही नहीं गर्भवती होने पर उनका गर्भपात करा देने का आरोप भी है.

अहियापुर थाने में एफआईआर दर्ज

यह शर्मनाक मामला, अहियापुर थाना के बखरी ट्रेनिंग सेंटर का है. छपरा निवासी पीड़िता ने नेटवर्किंग कंपनी चलाने वाले सुपौल के मो. इरफान, गोपालगंज के हरेराम राम, नोएडा के मनीष सिन्हा, मोतिहारी के एनामुल अंसारी समेत 9 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है. आरोपियों के खिलाफ धारा 343/345/ 340 420/406/467/462/307/120B/307/ 314/376(1)(2)/377/369/366/ (A) के तहत केस दर्ज किया गया है.

फेसबुक से लड़की फंसाते थे

पीड़िता ने पुलिस को बताया जून 2022 में फेसबुक के जरिये उसे जॉब के बारे में बताया गया था. यही से वो डीवीआर ऑर्गेनाइजेशन कंपनी से जुडी. ये कंपनी वाले फेसबुक से महिलाओं और युवतियों को नौकरी देने के नाम पर फंसाते थे. पीड़िता भी उनके जाल में फंस गयी. उसके बाद पीड़िता को काम के लिए छपरा से मुजफ्फरपुर बुलाया गया. वहां प्रशिक्षण, हॉस्टल और खाने के नाम पर 20 हजार रुपये लिए गए.

फ्रॉड कॉल की ट्रेनिंग दी जाती थी

उसके बाद उसे फ्रॉड कॉल करने की ट्रेनिंग दी गई. उसे दिनभर करीब 50 लोगों को कॉल करना होता था. अगर 50 लोगों को कॉल नहीं किया तो सिगरेट से दागा जाता था और बेल्ट से उनकी पिटाई की जाती थी. उसके साथ वहां और भी कई लडकियां थी. सभी को डीवीआर कंपनी के बखरी ट्रेनिंग सेंटर में रखा गया था. करीब 3 महीने तक उन्हें सैलरी नहीं मिली. इसके बाद कंपनी के CMD तिलक सिंह ने पीड़िता को और 50 लड़कियों को इससे जोड़ने को कहा. इसके बदले उसका वेतन 50000 कर दिया जायेगा. वो लालच के चलते और लोगों को कंपनी से जोड़ती गयी.

वहीं, कंपनी के CMD तिलक सिंह ने पीड़िता के साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया. और जब वह प्रेग्नेंट हो गई थी. तो उसका अबॉर्शन करा दिया गया. पीड़िता के अनुसार तीन बार उसका गर्भपात भी कराया गया. जब वो विरोध करने लगी तो उसे शादी का झांसा देकर तिलक सिंह ने कंपनी में शेयर होल्डर देने को बात कही. इस बीच इस बीच DVR नाम की फर्जी मार्केटिंग कंपनी के ऑफिस और हॉस्टल पर पुलिस की छापेमारी हुई.

तब पुलिस ने कई लड़कियों को छुड़ाया था. लेकिन कंपनी को पहले ये बात मालूम चल चुकी थी. इसलिए कंपनी के सीएमडी ने उसे और कई लड़कियों को हाजीपुर शिफ्ट करवा दिया. पीड़िता जब घर जाने की जिद करने लगी तो उसे मारने पीटने लगे. उस बेल्ट से मारा जाता था. उसे कंपनी पर शक होने लगा.

पीड़िता ने बताया कि उसे 26 दिसंबर 2023 को पटना ऑफिस बुलाया गया. वहां और भी लोग थे. सभी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की. उससे मोबाइल और सिम छीनकर तोड़ दिया गया. परिवार को लापता करने की धमकी देकर उसे मुजफ्फरपुर के बैरिया बस स्टैंड छोड़ दिया. उसके बाद जैसे तैसे वो वहां से निकली और थाने में शिकायत दर्ज कराया.

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इनके खिलाफ़ पहले से कई केस दर्ज है. सभी आरोपियों के मोबाइल का डिटेल निकाला जा रहा है. डीएसपी नगर-2 विनीता सिन्हा ने बताया कि अय्याशी करने वालों ने DBR नाम की एक कंपनी खोल रखी है. जहाँ फर्जी कॉल किया जा रहा था. ये सोशल मीडिया के जरिये को बेरोजगार लड़कियों को फंसाते थे. उनका यौन शोषण और मारपीट करते थे. सभी को बंधक बनाकर रखा जाता था. इस तरह करीब 200 लड़कियां शिकार हुई.

 

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