इंदौर– शिक्षा के मंदिर में भी अब बच्चियां सुरक्षित नहीं रही। इन जगहों पर भी दरिंदगी करने वाले बैठे हैं। राऊ थाना क्षेत्र स्थित एमरल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल में नर्सरी की कक्षा में पढ़ने वाली तीन वर्षीय बच्ची के साथ स्कूल का ही चपरासी सुनील गुर्जर गंदी हरकत कर रहा था।
सहमी बच्ची जब स्कूल जाने से मना कर रही थी तो माता-पिता ने उससे पूछताछ की। तब बच्ची ने कर्मचारी द्वारा किए बैड टच के बारे में जानकारी दी। इससे आक्रोशित स्वजन बुधवार को स्कूल पहुंचे और उन्होंने प्रबंधन से इसकी शिकायत की, लेकिन प्रबंधन ने इतनी बड़ी घटना को गंभीरता से नहीं लिया।
इसके बाद अभिभावक अन्य पालकों से संपर्क कर बड़ी संख्या में गुरुवार को स्कूल पहुंचे और यहां जमकर हंगामा किया। पालक आरोपित प्यून को बुलाने की मांग पर अड़े रहे, लेकिन स्कूल प्रबंधन उसे बचाता रहा। काफी दबाव के बाद उसे पालकों के सामने लेकर आए।
पालकों के सामने प्यून अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद आरोपित को पुलिस के हवाले किया गया। हालांकि लापरवाह प्रबंधन की ओर से अभी तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस के अनुसार हमारे पास स्वजन और स्कूल की ओर से कोई शिकायत नहीं आई है। हमने आरोपित सुनील गुर्जर निवासी राजगढ़ के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्रवाई कर दी है।
सीढ़ियों से लेकर जाता था ऊपर
पालकों और स्कूल प्रबंधन के सामने ही स्वजन ने प्यून को बताया कि बच्ची ने हमें कहा है कि तुम ही उससे गंदी हरकत करते हो। उसे तुम सीढ़ियों से लेकर ऊपर लेकर जाते थे। जिस पर प्यून ने बताया कि मैंने कुछ नहीं किया। मैं यहां पिछले तीन महीनों से काम कर रहा हूं।
मुक्तेश सिंह ने पालकों को कहा कि पूरे कैंपस का सर्वे कराया जाएगा। जहां ब्लैक स्पाट होगा, उसे कवर किया जाएगा। नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी में पुरुषों की एंट्री नहीं होगी। वहीं पहली और दूसरी कक्षा में महिला स्टाफ रहेगा।
स्कूल प्रबंधन ने चलाया वाट्सएप मैसेज
इधर पीड़ित बच्ची के अभिभावक की आड़ लेकर स्कूल प्रबंधन मामले को खत्म करने की अपील लेकर गुरुवार शाम सामने आ गया। स्कूल संचालक सिद्धार्थ सिंह ने तमाम वाट्सएप ग्रुपों पर एक संदेश प्रसारित किया। इसमें लिखा कि बच्ची की मां ने कहा है कि वह मामले को यहीं खत्म करना चाहते हैं।
स्कूल संचालक मुक्तेश सिंह ने तो हमारे साथ खड़ा रहने का आश्वासन दिया है। लेकिन पुलिस कार्रवाई में बच्ची को काफी कुछ सहना पड़ सकता है। इस संदेश की आड़ लेकर मीडिया पर भी मामले को तूल नहीं देने की अपील करते हुए कह दिया गया कि मीडिया के कारण मामले में परेशानी हो रही है।
बच्ची ने प्यून की तरफ किेया इशारा
बच्ची के स्वजन आरोपित को पहचानने के लिए स्कूल में पहुंचे। यहां कई कर्मचारियों को बच्ची के सामने खड़ा किया। बच्ची ने आरोपित को प्यून को इशारे से पहचाना और माता-पिता को बताया।