रीवा– अपराध करने वाले अपराधी कितने ही शातिर क्यों न हों वह अक्सर वारदात के दौरान कोई न कोई सबूत छोड़ जाते हैं। और एक न एक दिन कानून के लंबे हाथ आपराधी के गिरेबान तक पहुंच ही जाते हैं। बीते 21 दिन पूर्व मऊगंज में एक ऐसी ही सनसनीखेज वारदात हुई जिसमें पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, आरोपितों ने पहले तो युवक को बेरहमी से पीटा फिर उसे मौत के घाट उतार दिया था।
इसके बाद शव पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। जुर्म से बचने के लिए 7 दिनों तक शव को घर के अंदर ही छुपाए रखा इसके बाद जब आसपास बदबू फैली तो पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को साड़ी और कंबल में लपेटा फिर घर से दूर एक खेत पर लगे ट्रांसफार्मर के नीचे फेंक दिया।
मामला मऊगंज जिले के शाहपुर थाना अंर्तगत स्थित ग्राम खोड़वानी गांव का है। यहां पर रहने वाला संतोष कोल 39 वर्ष बीते गत 2 फरवरी की शाम अचानक से लापता हो गया था। परीजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन संतोष का कोई सुराग नहीं लग पाया, अगले दिन परिजनों ने थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई और एक बार फिर संतोष कोल की तालाश करने में जुट गए।
लापता होने के एक सप्ताह बाद गत 9 फरवरी को पड़ोस के ब्राम्हणगढ़ गांव में एक ट्रांसफार्मर के नीचे संतोष के परिजनो को जली हुई लाश दिखाई दी। संतोष के परिजनों ने शव की शिनाख्तगी की और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी मौके पर पुलिस की टीम पहुंची और साक्ष्य एकत्रित करके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया और घटना की जांच में जुट गई।
घटना की जांच कर रही पुलिस ने हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया और अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए 10 हजार का इनाम घोषित किया और उनकी तलाश शुरू कर दी। संतोष कोल के जले हुए शव को बरामद करने के 14 दिन बाद मऊगंज पुलिस ने अंधी हत्या का खुलासा किया है।
पुलिस के मुताबिक बीते गत 2 फरवरी की रात ब्राम्हणगढ़ गांव में रहने वाले आरोपी मुकेश साकेत के घर पर मुकेश साकेत सहित घर पर चार लोग ताश खेल रहे थे, इसी दौरान कुछ आहट सुनाई दी। जिसके बाद किसी ने चोर चोर कहकर शोर मचाना शुरू कर दिया और आरोपित मुकेश साकेत ने पड़ोस में रहने वाली उसकी भाभी उर्मिला साकेत के घर के बाहर मौजूद संतोष साकेत की लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर दी। आरोपितों का कहना था की संतोष कोल चोरी के इरादे से उनके घर में घुसा था।
इसके बाद आरोपितों ने संतोष कोल की पीटपीट कर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी और मृतक के शव को घर के अंदर ले गए। बाद में अरोपितों ने शव पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी। घटना के बाद आरोपितों ने पकड़े जाने के डर से 7 दिन तक जले हुए शव को घर के अंदर कमरे में छिपाए रखा इसके बाद जब आसपास के इलाके में शव की गंध फैली तो अपराध से बचने के लिऐ आरोपितों ने नई चाल चली पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को साड़ी और कंबल से लपेटा और शव को साइकल में लादकर खेत में लगे ट्रांसफॉर्मर के नीचे घांस में फेंक दिया।
पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन के मुताबिक संतोष कोल की टॉर्च और खून के छींटे आरोपी के घर मिले हैं।मामले पर पुलिस ने 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया है जिसमें मोहित साकेत उर्फ मुन्नू साकेत, मुकेश साकेत, धर्मेन्द्र साकेत, रंजीत साकेत शामिल हैं। पकड़े गए सभी आरोपित ब्रम्हागढ थाना शाहपुर जिला मऊगंज के निवासी हैं। पुलिस ने उनके विरुद्ध 302,201का अपराध पंजीबद्ध कर पूछताछ की और न्यायालय में पेश करके उन्हें जेल भेज दिया।