CG आत्महत्या केस: पत्नी के अवैध संबंध ने ली जान, SIT ने दिलाया इंसाफ

23

कबीरधाम– जिले के थाना पिपरिया अंतर्गत आने वाले ग्राम बिरकोना निवासी कोमल साहू की आत्महत्या के मामले में आखिरकार परिजनों को इंसाफ मिला है। मामले में पहले जहां परिवार के सदस्य गवाही देने से कतरा रहे थे और तथ्यों को छुपाया गया था, वहीं एसआईटी के गठन के बाद स्थिति बदल गई। परिजनों के बयान और तथ्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।

पत्नी के चरित्र पर संदेह के कारण हुई आत्महत्या

घटना की शुरुआत 7 मई 2024 की सुबह हुई, जब ग्राम धरमपुरा दुभा रोड के पास स्थित चरोटा खार के एक बबूल पेड़ से लटकती एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली। बाद में उसकी पहचान ग्राम बिरकोना निवासी कोमल साहू पिता स्वर्गीय प्रेमलाल साहू के रूप में हुई। कोमल के बड़े पिता हीरा साहू के पुत्र मनोज साहू द्वारा पुलिस को सूचना दी गई, जिस पर पुलिस ने आत्महत्या के संदेह में धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की।

हालांकि, पुलिस की प्रारंभिक कार्रवाई से परिजन संतुष्ट नहीं थे। परिजनों ने लगातार मामले को लेकर सवाल उठाए और जांच में खामियों का आरोप लगाया। मामले ने सामाजिक स्तर पर तूल पकड़ा और साहू समाज के लोगों ने उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा से उच्चस्तरीय जांच की मांग की।

एसआईटी जांच के बाद हुआ खुलासा

उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया, जिसकी कमान बेमेतरा जिले के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार साहू ने संभाली। गहन जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक कोमल साहू की पत्नी रेवती साहू का ग्राम के ही बालाराम जयसवाल के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस कारण कोमल डिप्रेशन में था और अक्सर इस बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद होता रहता था। घटना की रात भी दोनों के बीच विवाद हुआ, और अगली सुबह कोमल की लाश पेड़ से लटकती मिली।

आरोपियों की गिरफ्तारी

एसआईटी की जांच में जब साक्ष्य सामने आए, तो पुलिस ने धारा 306(34) के तहत मामला दर्ज किया। कोमल साहू की पत्नी रेवती साहू और उनके कथित प्रेमी बालाराम जायसवाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

पुलिस और जांच टीम का सराहनीय योगदान

इस पूरे मामले में एसआईटी टीम, फोरेंसिक डिपार्टमेंट, साइबर सेल, और थाना पिपरिया के स्टाफ का योगदान सराहनीय रहा। पुलिस अधीक्षक कबीरधाम राजेश अग्रवाल के निर्देश पर थाना प्रभारी पीपरिया कमलाकांत शुक्ला और उनकी टीम ने जांच को अंजाम तक पहुंचाया।

इस कार्रवाई से परिजनों को न्याय मिलने के साथ ही समाज में न्याय और सच्चाई की जीत का संदेश भी गया है।

Join Whatsapp Group