देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी और हीट वेव का कहर जारी है। गर्मी भी ऐसी की आसमान से आग बरसने की अनुभूति लोगों को हो रही है। देश के कई शहरों में पारा 40-45 डिग्री के पार बना हुआ है। भीषण गर्मी और हीट वेव के कारण बिहार में 20 लोगों की जान चली गई है। वहीं ओडिशा के राउरकेला में 10 लोगों की मौत हो गई है। उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी ने लोगों की जान लेना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि यूपी में पांच से ज्यादा लोगों की हीटवेव की वजह से जान गई है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में भी दो लोगों की मौत की खबर है। बिहार में तो लोग खड़े-खड़े बेहोश होकर गिर रहे हैं।
भीषण गर्मी और हीट वेव के कारण बिहार के औरंगाबाद में 12 समेत कुल 20 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 20 से ज्यादा लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं, ओडिशा के राउरकेला में 10 लोगों की मौत हो गई है। वहीं अधिकारियों ने बताया कि बिहार के अरवल, बक्सर, रोहतास और बेगुसराय जिलों में लू से आठ लोगों की मौत की खबर है।
वहीं बिहार के पटना जिले में भीषण गर्मी का कहर जारी है। पालीगंज अनुमंडल के बिक्रम थाना क्षेत्र में चुनावी ड्यूटी में तैनात एक कर्मी की हिटवेव के कारण मौत हो गई। जबकि तीन कर्मियों का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। भीषण गर्मी के चलते त्रिपुरा सुरक्षा बल के जवान दास भी अचानक बेहोश हो गए। जिन्हें मौके पर मौजूद लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया।
राजस्थान में लू ने ली 5 की जान तो झारखंड में भी 4 की मौत
राजस्थान में लू के कारण 5 लोगों की मौत हो गई। यहां भीषण गर्मी और हीट वेव के कारण मरने वालों की संख्या 50 से ज्यादा हो चुकी है। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी भीषण गर्मी और लू से लोगों का हाल बेहाल है। लोग घर से बाहर निकलने में कतराने लगे हैं। बीते दिन दिल्ली में एक मजदूर की मौत हो गई थी, उसे 107 डिग्री बुखार था। इसके अलावा झारखंड में भी चार लोगों की जान चली गई है। झारखंड में गुरुवार को 47.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि भारत में 1 मार्च से अब तक गर्मी से संबंधित 60 से अधिक लोगों की मौतें दर्ज की गई हैं। इनमें से कई लोगों की मौत हीटस्ट्रोक के कारण हुई है, जबकि कुछ लोगों की मौत का कारण संदिग्ध हीटस्ट्रोक बताया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 1 मार्च से अब तक हीटस्ट्रोक के 16 हजार से अधिक संदिग्ध मामले सामने आए हैं।