उरला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बर्खास्त डॉक्टर पूनम सरकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। महिला डॉक्टर पर उपचार में लापरवाही और समुचित इलाज नहीं करने का आरोप है। पीड़ित परिजनों की शिकायत पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की डॉक्टर पूनम सरकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मामला क्या है?
जानकारी के मुताबिक, ब्राम्हणपारा उरला निवासी पीड़ित संतोष साहू (27 वर्ष) ने पत्नी के प्रसव के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उरला में भर्ती कराया था। मृतक बच्चे के पिता ने पुलिस शिकायत में बताया कि प्रसव के दौरान समुचित उपचार बच्चे और उसकी मां को नहीं मिल पाया, जिस वजह से नवजात की मौत हो गई।
पीड़ित परिवार ने मामले में उरला थाने में अपराध दर्ज कराया। पुलिस ने डॉक्टर पूनम सरकार के खिलाफ बीएनएस 106-1 के तहत अपराध दर्ज कर जांच कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस जल्द ही आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी भी करेगी।
पूर्व में भी डॉक्टर पर आरोप
मालूम हो कि इससे पहले भी इसी सामुदायिक केंद्र में दो बच्चों की मौत जुलाई में हुई थी। परिजनों ने इसका आरोप भी डॉक्टर पूनम सरकार पर लगाया था। मामले में सीएमएचओ कार्यालय द्वारा तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी। टीम के सदस्यों ने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर डॉक्टर और पीड़ितों से कई घंटे पूछताछ की। इसके बाद रिपोर्ट बनाकर सीएमएचओ कार्यालय को सौंपा गया।
कमेटी की जांच में लापरवाही सामने आई थी, जिसके बाद संविदा डॉक्टर पूनम सरकार की सेवा को समाप्त कर दिया गया। पुलिस अब इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद है।