राजधानी में शनिवार दोपहर 12 बजे के आसपास तेलीबांधा क्षेत्र में गोली की आवाज से सनसनी मच गई। बताया जा रहा है कि लारेंस विश्नोई गैंग से जुड़े झारखंड के अमन साहू गैंग के शूटर ने कोयला कारोबारी के ऑफिस में गोली चलाई। कारोबारी का ऑफिस उद्योग भवन तेलीबांधा इलाके में हैं। गोलीकांड में कोई हताहत नहीं है। कोयला कारोबारी सुरक्षित है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तेलीबांधा में शनिवार दोपहर करीब 12 बजे एक ठेका कंपनी पीएआर कंस्ट्रक्शन के सामने बाइक सवार दो युवक हवाई फायर करके भागे। दो से ज्यादा गोलियां चलने की सूचना है और पुलिस ने पूरे परिसर को कब्जे में ले लिया है। इस ठेकेदार के दफ्तर के सामने गोली चली है, उसका झारखंड में कंस्ट्रक्शन का काम चलता है।
यहां यह बता दें कि दो माह पहले इन्हें रायपुर पुलिस ने दिल्ली और झारखंड पुलिस की मदद से 78 घंटे के गोपनीय अभियान में साहू गैंग के आधा दर्जन गुर्गे पकड़े गए थे। जो इस समय रायपुर केंद्रीय जेल में बंद हैं।
पुलिस को पूरी आशंका है कि घटना डर फैलाने के लिए की गई है। लॉरेंस बिश्नोई ने कुछ दिनों पहले ‘छत्तीसगढ़’ अखबार को जो मेल किया था उसमें साफ लिखा था कि किसी को मरना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं है। अधिकारियों के अनुसार यह घटना डर फैलाने के लिए कि गई है। हथियार और आदमी की कमी नहीं है। झारखंड का हवाला देते हुए बिश्नोई के मेल में लिखा था कि उनको दरकिनार कर कोई झारखंड में काम नहीं कर सकता।
इधर रायपुर पुलिस ने आज के फायर के बाद एक बयान में बताया कि पचपेड़ीनाका से तेलीबांधा के बीच सर्विस रोड में हवाई फायर किया गया। इससे पूर्व रायपुर पुलिस द्वारा इसी प्रकार के झारखंड के एक गैंग को रायपुर में घटना को अंजाम देने से पूर्व पकड़ा गया था। इस घटना में में भी इसी गैंग पर शक है। नाकेबंदी और जांच की जा रही है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने हवाई फायरिंग की पुष्टि की है, लेकिन उन्होंने कहा कि इस मामले में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं दी जाएगी। पूरे शहर की नाकेबंदी कर दी गई है। सीसीटीवी फुटेज निकाले जा रहे हैं, लेकिन अब तक गोली चलाकर भागने वाले बाइकर्स का सुराग नहीं मिला है।