कांग्रेस शासनकाल के दौरान हुए शराब घोटाले में EOW-ACB ने अब जांच का दायरा बढ़ा दिया है। गुरुवार को 15 जिलों के आबकारी अधिकारियों को EOW-ACB पूछताछ के लिए बुलाया। इन अफसरों से सुबह से देर रात तक पूछताछ चलती रही। अफसरों से नकली होलोग्राम वाली शराब बिक्री और उस संबंध में मिले निर्देशों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि, प्रदेश में सरकार बदलते ही शराब घोटाले की जांच में तेजी आ गई है। हाईकोर्ट ने जांच एजेंसी ईओडब्ल्यू- एसीबी को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने इस मामले में आरोपियों की ओर से राहत देने के संबंध में दायर सभी 13 याचिकाओं को खारिज कर दिया है। हाईकासेर्ट के इस फैसले के बाद से EOW और ACB फिर सक्रियता दिखा रही है। जांच और पूछताछ के लिए जिला आबकारी अधिकारियों को बारी-बारी नोटिस देकर बुलाया जा रहा है।
सबूत दिखाकर हो रही पूछताछ
सूत्रों से मिल जानकारी के मुताबिक, EOW और ACB की ओर से बुलाए गए कई आबकारी अधिकारियों के नाम चार्जशीट में भी शामिल हैं, लेकिन उन्हें अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि, इन अफसरों से डीएसपी रैंक के अफसर पूछताछ कर रहे हैं। पूछताछ से पहले बकायदा उनके समक्ष सबूत रखा जा रहा है। एक-एक दस्तावेज और आदेश को लेकर लंबी पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक इनमें से कुछ आबकारी अफसरों को सरकारी गवाह बनाया जा सकता है।