पेट्रोल पंप के मालिक का उसके ही कर्मचारी ने पत्नी से अवैध संबंध की आशंका पर अपहरण कर लिया।
इसके बाद पेट्रोल पंप मालिक और उसके ड्राइवर की पिटाई कर सेंदरी के पास छोड़ दिया। इधर कर्मचारी की पत्नी ने अपने पति के खिलाफ अपहरण की शिकायत कर दी।
मामले की जांच के बाद पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। मामले में एक आरोपित फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
कोतवाली सीएसपी पूजा कुमार ने बताया कि जगमल चौक के पास रहने वाली दुर्गा यादव (32) ने अपहरण की शिकायत की है। महिला ने बताया कि उसका पति भोला उर्फ शेखर यादव (47) बिल्हा मोड़ के पास स्थित पेट्रोल पंप पर काम करता है, जिसके संचालक जीतू अग्रवाल हैं।
पेट्रोल के मालिक जीतू अग्रवाल अपने साथ दुर्गा, उसके पति भोला व बच्चों को वृंदावन घुमाने लेकर गए थे। वहां पर भोला को दुर्गा और मालिक जीतू अग्रवाल के बीच अवैध संबंध का शक हो गया। इसी बात को लेकर भोला ने कटनी के पास मालिक से विवाद किया। इससे नाराज जीतू अग्रवाल ने भोला को कार से उतार दिया। वे दुर्गा और बच्चों को लेकर शहर आ गए।
उनको घर पर छोड़कर वे अपने घर चले गए। दूसरे दिन 26 जून को भोला किसी तरह बिलासपुर पहुंचे। यहां आते ही उसने अवैध संबंध की बात कहते हुए पत्नी से मारपीट की। इसकी जानकारी होने पर जीतू अग्रवाल ने दुर्गा और उसके बच्चों को चकरभाठा स्थित एक होटल में रुकवा दिया।
इधर भोला ने जीतू अग्रवाल को बातचीत करने के लिए अपने घर बुलाया। यहां पर उसने जीतू अग्रवाल की पिटाई की। इसके बाद मालिक और उसके ड्राइवर त्रिलोचन की अपने दोस्तों के साथ पिटाई करते हुए अपने साथ लेकर गया। इसके बाद जीतू और भोला का मोबाइल बंद बताने लगा।
महिला की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पता चला कि जीतू अग्रवाल और उनका ड्राइवर सेंदरी के पास हैं। पुलिस ने घायल पेट्रोल पंप संचालक को अस्पताल में भर्ती कराया।
कार बिगड़ी तो मोबाइल लूटकर भागे
पुलिस की पूछताछ में पीड़ित जीतू अग्रवाल ने बताया कि सेंदरी के पास कार खराब होने पर भोला और उसके साथी उन्हे छोड़कर भाग निकले। इस बीच आरोपित युवकों ने पेट्रोल पंप संचालक का मोबाइल लूट लिया। घायल से पूछताछ के बाद पुलिस की टीम ने भोला और उसके साथियों की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस ने मामले में भोला यादव, रोहन श्रीवास उर्फ नान्हे (20) जगमल चौक, अजीत विश्वास (24) निवासी देवरीखुर्द को पकड़ लिया। मामले में एक आरोपित लल्ला यादव फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
वृंदावन में भी हुआ था विवाद
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि वृंदावन में ही भोला को अपनी पत्नी पर शक होने लगा। उसने अपनी पत्नी से वृंदावन में भी विवाद किया। इसके बाद रास्ते में भी इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ। इसी दौरान पेट्रोल पंप संचालक ने कर्मचारी की पत्नी का पक्ष लेते हुए उसे रास्ते में ही कार से उतार दिया। बिलासपुर में विवाद होने पर उसने कर्मचारी की पत्नी और बच्चों को लेकर चकरभाठा स्थित होटल में ठहरा दिया। इससे कर्मचारी भोला का गुस्सा और बढ़ गया।