सीधी– ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान मोहब्बत हो गई। उत्तराखंड नैनीताल की रहने वाली एक महिला अपने मासूम बच्चे को लेकर सीधी जिले के सिहावल घोपारी पहुंच गई। दोनों एक दूसरे के साथ रहना चाहते थे। लड़का नाबालिग था ऐसे में पुलिस और गांव वालों की समझाइश के बाद महिला वापस जाना पड़ा। महिला ट्रेन से दिल्ली से रीवा और बस से सीधी आई थी। इसके पास करीब तीन हजार रुपये था। महिला खुद को विधवा बता रही थी। आधार कार्ड सहित कोई परिचय पत्र नहीं था। पुलिस से पूछताछ के दौरान महिला कभी दिल्ली, लुधियाना, नैनीताल रहने का ठिकाना बता रही थी। महिला ने बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है।
बता दें की पूजा राजपूत उत्तराखंड नैनीताल और सीधी का नाबालिग करीब एक वर्ष से आनलाइन फ्री फायर गेम खेल रहे थे। गेम खेलने के दौरान दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। देखते ही देखते दोनों के बीच प्यार हो गया। प्यार ऐसा परवाना चढ़ा कि पूजा राजपूत अपने दो वर्ष के बेटे के साथ सीधी पहुंच गई। सीधी से बस में बैठकर करीब 40 किलोमीटर दूर घोपारी देवगांव पहुंच गई। जैसे ही यह खबर गांव वालों को लगी देखते ही देखते सैकड़ो की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।
लड़का नाबालिक था इसलिए गांव में पंचायत बुलाई गई। पंचायत ने महिला को वापस जाने का निर्णय सुनाया। पंचायत के इस फैसले को प्रेमी और प्रेमिका मानने के लिए तैयार नहीं थे। ऐसे में पुलिस को सूचना दी गई। सिहावल चौकी प्रभारी फूलचंद बागरी दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। कानून विधि को लेकर लड़का और लड़की दोनों को बारीकी से समझाया गया। तब जाकर प्रेमिका वापस चली गई।
दरअसल दोनों को समझने में रात हो गई। ऐसे में बच्चों के साथ प्रेमिका को अलग कमरे में रखा गया। जिसकी निगरानी घर वालों के साथ पुलिस ने भी किया।
मेरा पहला प्यार है
नाबालिक प्रेमी ने पंचायत को बताया कि गेम खेलने के दौरान हम दोनों की दोस्ती गहरी हो गई और प्यार में बदल गया। हम इससे शादी करना चाहते हैं। हमारी इससे फोन में भी बात होती रही है।
प्रेमी प्रेमिका को कानून विधि का बारीकी से समझाइश दिया गया है। दोनों ने बताया कि ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान प्यार हो गया था। इसके बाद महिला वापस सीधी से रीवा बस से गई है। इसके बाद दिल्ली जाएगी।