छत्तीसगढ़ में आग उगल रहा सूरज, कई जिलों में लू की चेतावनी…

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देशभर में भीषण गर्मी कहर बरपा रही है। छत्तीसगढ़ भी भीषण गर्मी से अछूता नहीं है। सुबह नौ बजे के बाद से ही आसमान से आग बरस रही है, जिसकी वजह से लोगो का जीना मुहाल हो गया है। गर्मी का आलम ऐसा है कि घर में न तो एसी काम कर रहा और न ही कूलर। गर्मी से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाये खोज रहे हैं।

इन सब के बीच मौसम विभाग ने जरूरी होने पर ही घर से निकलने की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि घर से निकलते समय अपने आप को पूरी तरह से सुरक्षित कर ही बाहर निकले। दरअसल, दोपहर के 12 बजे से 3 बजे तक घरों में रहने के लिए कहा है। दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक लू और गर्मी अपने चरम पर होती है और इस वजह से खुद को लू के कारण बीमार होने से बचाएं।

मौसम विभाग ने कहा है कि 2 जून के बाद गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं रायपुर के तापमान की बात करें तो 27 मई को माना एयरपोर्ट में 43.4, बिलासपुर 43.0, पेंड्रारोड 42.5, अम्बिकापुर 39.6, जगदलपुर 37.3, दुर्ग 42.8, राजनांदगांव 43.5 रहा।

रायपुर मौसम विभाग की माने तो एक द्रोणिका, उत्तर पूर्वी राजस्थान के उपर स्थित चक्रवाती परिसंचरण से मध्यप्रदेश होते हुए उत्तरी छत्तीसगढ़ तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी की उंचाई पर स्थित है। वहीं आज प्रदेश का मौसम मुख्यत शुष्क रहने की संभावना है। आज प्रदेश में बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर संभाग के जिलो में लू-गर्म हवाएं चलने की चेतावनी जारी हुई है।

29 मई हीट वेव का अलर्ट
जिन जिलों के लिए येलो अलर्ट हिट वैव की चेतावनी जारी की गई है उनमें बलरामपुर, गौरेला पेंड्रा मरवाही, बिलासपुर, मुंगेली, कबीरधाम, बेमेतरा, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद में भीषण गर्मी के साथ रात में भी गर्म हवाएं लोगों को परेशान करेगी।

30 मई के लिए अलर्ट
धमतरी, गरियाबंद, बालोद, राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, महासमुंद, कबीरधाम, बेमेतरा, बलोदाबाजार, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, मुंगेली, रायगढ़, कोरबा, गौरेला पेंड्रा मरवाही के लिए हीट वैव की चेतावनी जारी की गई है।

31 मई के लिए येलो अलर्ट
इस दिन कोरबा, गौरेला पेंड्रा, मरवाही, रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, बलौदाबाजार, कबीरधाम, महासमुंद, रायपुर, बेमेतरा, दुर्ग, राजनांदगांव, बालौद, धमतरी, गरियाबंद में तापमान में बढ़ातरी होगी और झुलसा देने वाली गर्मी का सामना लोगों को करना पडे़गा।

मौसम विभाग के मुताबिक मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक और पहाड़ी इलाकों में कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक टेंपरेचर को हीटवेव की स्थिति माना जाता है। ग्रीष्म लहरों के कारण मानव मृत्यु की स्थिति भी बनती है क्योंकि इन दिनों गर्मी सामान्य दिनों से काफी ज्यादा रहती है।

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