सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रूपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित जितेन्द्र साहू महासमुंद जिले के बसना का और धरती पुत्र जशपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के कोमड़ों गांव का रहवासी है।
मनोरा चौकी क्षेत्र निवासी महिला ने शिकायत दर्ज कराया था कि वह अपने भाई का सरकारी नौकरी लगवाने के लिए अपने रिश्ते की एक बहन से चर्चा की थी। उसकी बहन ने उसे बताया कि उसके पति के एक दोस्त आरोपित धरतीपुत्र रायपुर के एक बड़े आदमी के पीए का कार चलाता है। उसे रूपये देने पर वह नौकरी लगवा सकता है।
पीड़िता के अनुसार धरतीपुत्र से बात करने पर उसने महासमुंद जिले के बसना गांव का रहवासी जितेन्द्र साहू से संपर्क कराया। धरतीपुत्र ने दावा किया कि जितेन्द्र साहू का मंत्रियों से अच्छी जान पहचान है। वह सरकारी नौकरी लगवा सकता है। जितेन्द्र साहू से बात करने के बाद पीड़िता ने नौकरी के लालच में अलग-अलग दिन में आरोपित धरतीपुत्र के परिचित के बैंक खाते में 3 लाख 20 हजार रूपये ट्रांसफर कर दिए।
रूपये जमा करने के बाद पीड़िता ने आरोपित जितेन्द्र साहू से फोन पर संपर्क किया तो उसने बाकी रूपये अपने बैंक खाते में जमा कराने को कहा। आरोपित जितेन्द्र की बातों में आकर अलग-अलग दिनांक को 1 लाख 60 हजार रूपये जमा करा दिए। काफी समय गुजर जाने के बाद भी भाई की सरकारी नौकरी ना लगने पर पीड़िता ने जब आरोपितों ने रूपये वापस मांगे तो वे टामटोल करने लगा।
पीड़िता के दबाव डालने पर आरोपित धरतीपुत्र ने उसे स्टांप पेपर में नौकरी के नाम पर रूपये लेने और तीन माह के अंदर वापस ना करने पर एफआईआर कराने की बात को नोटरी करा कर दिया। लेकिन धरतीपुत्र निर्धारित समय में आरोपित रूपये वापस नहीं कर पाया।
आरोपितों ने प्रार्थिया की सहेली से भी उसकी बहन की नौकरी लगाने के नाम पर 5 लाख 20 हजार रूपये लिये थे।
दोनों ही मामलों में जशपुर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धारा 420 के अंर्तगत ठगी और 120 बी के अंर्तगत आपराधिक षड़यंत्र रचने के अपराध में एफआईआर दर्ज किया है। मामले की जांच के बाद जशपुर पुलिस की टीम ने ठगी के आरोप में जितेन्द्र साहू को महासमुंद जिले के बसना के आदर्श नगर से और धरतीपुत्र को जशपुर के कोमड़ों से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।