पाकिस्तान में लू का कहर जारी है। अधिकारियों ने मंगलवार को परामर्श जारी कर लोगों से घरों में ही रहने को कहा है, क्योंकि देश भयंकर गर्मी का सामना कर रहा है। पाकिस्तान में सर्वाधिक जनसंख्या वाले प्रांत पंजाब ने एक सप्ताह के लिए सभी स्कूलों को बंद कर दिया है। अधिकारियों ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है।
हाल के वर्षों में पाकिस्तान जलवायु संबंधी सबसे गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है। ग्लेशियर पिघलने और मानसून की सक्रियता बढ़ने से विनाशकारी बाढ़ आई और देश का करीब एक तिहाई भूभाग डूब गया था। पाकिस्तान में 1961 के बाद से अप्रैल में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। पिछले महीने भारी बारिश से कई लोगों की मौत हुई और संपत्ति एवं खेती की भूमि नष्ट हो गई।
जलवायु परिवर्तन मौसम पर विपरीत प्रभाव डालेगा
विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण देश में भारी बारिश हुई। लंबे समय से विज्ञानी चेतावनी देते आ रहे हैं कि जीवाश्म ईंधन जलाने, वनों का विनाश और पराली जलाने के कारण हो रहा जलवायु परिवर्तन मौसम पर विपरीत प्रभाव डालेगा और तापमान चरम स्थिति तक पहुंच जाएगा।