रायपुर– मार्च क्लोजिंग से ठीक एक दिन पहले आयकर अन्वेषण विंग की टीम ने राजनांदगांव, दुर्ग-भिलाई में कारोबारी के यहां दबिश दी है। आईटी अफसर बीते तीन दिनों से इस कार्रवाई को लेकर सक्रिय रहे। 30 मार्च को जब कारोबारी ईयर एंडिंग क्लोजिंग कर रहे थे तो घेर लिया गया । फिलहाल किसी तरह की जब्ती को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। शाम तक खुलासा किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक अमर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के नाम से चार भाई प्रदेश में हाउसिंग और रोड कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं। इनका फाइनेंस का भी बड़ा कारोबार है।
पिछले ही सप्ताह आईटी ने राजनांदगांव के फाइनेंस ब्रोकर संजय शर्मा, रायपुर के ललित लुलिया के यहां दबिश दी थी। वहां जांच में मिले इनपुट के आधार पक अमर इंफ्रास्ट्रक्चर में छापेमारी की गई। दो दर्जन अफसरों की टीम ने दोपहर 12 बजे आठ गाड़ियों में पहुंच पुलगांव (दुर्ग) स्थित मुख्य ऑफिस को घेरा। यह डायरेक्टर चतुर्भुज राठी समेत चार भाइयों की फर्म है। जो एमपी-सीजी समेत पांच राज्यों के बड़े रोड निर्माण ठेकेदारों में गिने जाते हैं। इनका सालाना टर्न ओवर करीब तीन सौ करोड़ से अधिक का बताया जा रहा है। पीडब्लूडी के सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में यह समूह एडीबी, छत्तीसगढ़ रोड डेवलपमेंट निगम, पीएम सडक़ योजना से स्वीकृत कार्य कर रहा है। अमर इंफ्रास्ट्रक्चर का सेजबहार में एक हाउसिंग प्रोजेक्ट भी है।
मिली जानकारी के अनुसार फर्म के दफ्तर को बंद कर डायरेक्टर और कर्मचारियों से पूछताछ के साथ रिकॉर्ड की पड़ताल चल रही है। दफ्तर से लगे बड़े गैरेज में पार्क लग्जरी कारों और दुपहिया वाहनों की लिस्टिंग की जा रही है। यह छापेमारी पांच राज्यों में स्थित सभी ठिकानों पर होने की जानकारी दी गई है।
राजनीति में भी कदम रखने की तैयारी थी
चतुर्भुज राठी राजनीति में भी कदम रखने की तैयारी कर चुके थे। बीते विधानसभा चुनाव में वह दुर्ग से टिकट के लिए दोनों दलों से प्रयास किया था। चतुर्भुज दोनों दलों में बड़ा रसूख रखते हैं।