KORBA: सहकारी बैंक के मैनेजर-कैशियर रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

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जिले में किसान सम्मान बिक्री की राशि निकालने के एवज में रिश्वत लेने वाले सहकारी बैंक के ब्रांच मैनेजर एवं कैशियर को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों ने किसान से धान बिक्री की रकम लेने के आवाज में रिश्वत मांगी थी।

कोरबा जिले के पाली ब्लॉक के ग्राम धवरा निवासी किसान रामनोहर यादव को अपने द्वारा बेचे गए धान की रकम पांच लाख रुपए का भुगतान होना था। इसके लिए जिला सहकारी केंद्रीय बैंक पाली ब्रांच के ब्रांच मैनेजर अमित दुबे व कैशियर आशुतोष तिवारी ने किसान से साढ़े सात हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। किसान रामनोहर यादव ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो को दी। एसीबी ने शिकायत के सत्यापन के पश्चात आरोपियों को योजनाबद्ध तरीके से पकड़ने के लिए जाल बिछाया।

किसान रिश्वत देने के लिए बैंक पहुंचा। जहां आरोपियों के द्वारा सावधानी बरतते हुए रिश्वती रकम खुद हाथ में नहीं लिया गया। बल्कि किसान द्वारा आहरित किए गए पांच लाख रुपए में से पांच हजार रुपए काट कर किसान को दिया। एसीबी की टीम ने छापा मार कर रिश्वत की रकम कैशियर आशुतोष तिवारी से बरामद की गई। साथ ही ब्रांच मैनेजर अमित दुबे की भी संलिप्तता पाए जाने पर उन्हें भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत गिरफ्तार किया गया।

एंटी करप्शन ब्यूरो ने छत्तीसगढ़ के सभी नागरिकों से अपील की है कि रिश्वत/ भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों को ईमेल या टोल फ्री नंबर 1064 के माध्यम से अथवा स्वयं कार्यालय में उपस्थित होकर शिकायत करें जिससे भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किया जा सके।

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