कोरबा जिले केग्राम तरदा से सर्वमंगला मंदिर के पीछे तक बने टू-लेन नहर बाईपास को सर्वमंगला चौक से जोड़ने हसदेव नदी के किनारे से बन रही यू टर्न डायवर्जन रोड तैयार हो गई, जो आवाजाही के लिए खोल दी गयी हैं।
डायवर्जन रोड पर शुरुआत में दोपहिया व हल्के वाहन गुजरेंगे। भारी वाहनों के यह में डायवर्जन रोड के बीच में बन रही रेलवे अंडरब्रिज रोड बन गई। शहर के भीतर भारी वाहनों का दबाव कम करने के लिए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की तर्ज पर प्रशासन ने एसईसीएल के वित्तीय सहयोग से सर्वमंगला से तरदा तक नहर किनारे टू-लेन बायपास मार्ग बनाया है।
4 वर्ष पहले 179 करोड़ 45 लाख 60 हजार की लागत से हरदीबाजार से तरदा व सर्वमंगला तक टू लेन और सर्वमंगला चौक से ईमलीछापर चौक तक फोरलेन निर्माण का कार्य शुरू हुआ। इसमें तरदा से सर्वमंगला चौक तक बनने बाले नहर बायपास को सीधे सर्वमंगला चौक पर जुड़ना था, लेकिन उरगा से गेवरा रोड के लिए रेलवे की नई लाइन गुजरने से बायपास मार्ग सर्वमंगला मंदिर के पड़े तक पहुंचकर रुक गई थी।
ऐसे में पीडब्ल्यूडी ने बायपास मार्ग को सर्वमंगला चौक से कनेक्टिवटी देने के लिए सर्वमंगला मंदिर के पीछे से 400 मीटर दूरी की यू-टर्न अपवर्तन रोड की योजना बनाकर काम किया। स्वीकृति के बाद हसदेव नदी के किनारे होने से रिटेनिंग वॉल बनाकर रोड बनाया गया।
50 फीसदी काम होने के बाद बारिश का सीजन लग गया। बावजूद इसके निर्माण कार्य जारी रहा और 10 माह में डायवर्सन रोड तैयार कर ली गयी। पीडब्ल्यूडी द्वारा राहगीरों को राहत देने के लिए डायवर्सन रोड को खोल दिया गया हैं। इसके बाद राहगीर सर्वमंगला चौक से तरदा की ओर होते आगे गंतव्य के लिए सुगमता से सफर कर सकेंगे।
रेलवे फाटक के झंझट से मिल जाएगी मुक्त्ति
सर्वमंगला चौक से सर्वमंगला मंदिर सहित ग्राम तरदा की ओर होते उरगा-बलौदा मार्ग की ओर जाने वाले राहगीरों सहित नहर बायपास के आसपास ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोगों को सर्वमंगला रेलवे फाटक पर परेशान होना पड़ता था। प्रतिदिन करीब 5 हजार लोग नहर बायपास से आवाजाही करते हैं। फाटक से थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल में मालगाड़ी गुजरती है। कई बार दोनों लाइन से एक साथ मालगाड़ी गुजारी जाती है। इसलिए राहगीरों को देर तक फाटक पर रुकना पड़ता था। फाटक खुलने के बाद संकरे सड़क की वजह से जाम की स्थिति से लोग अलग परेशान होते थे, लेकिन डायवर्सन रोड खुलने के बाद राहगीरों को रेलवे फाटक के झंझट से मुक्ति मिलेगी।
शहर में भारी वाहनों का दबाव होगा कम
सर्वमंगला चौक से ग्राम तरदा तक नहर बायपास मार्ग का निर्माण मुख्य रूप से एसईसीएल के कुसमुंडा, दीपका, गेवरा क्षेत्र से कोयला लेकर उरगा होते हुए ग्राम चांपा व हाटी होकर आगे गंतव्य के लिए आवाजाही करने वाले भारी वाहनों के लिए किया गया है। डायवर्जन रोड निर्माण में गति लाने के लिए 2 माह पहले भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई। प्रशासन के अनुमति के बाद ही भारी वाहन सर्वमंगला चौक से नहर बायपास पर गुजरेंगे। माना जा रहा हैं की इसके बाद शहर के भीतर भारी वाहनों का दबाव करीब 70 फीसदी कम हो जाएगा।
मंदिर से दी गयी हैं कनेक्टीविटी
यू-टर्न डायवर्जन रोड से सर्वमंगला मंदिर आने-जाने वालों के लिए रेलवे ब्रिज के पास सीसी सड़क बनाकर कनेक्टिविटी दी गई है। इससे अब सर्वमंगला चौक की ओर से श्रद्धालु बिना सर्वमंगला रेलवे फाटक गुजरे डायवर्सन रोड से सीधे मंदिर पहुंच सकेंगे। हालांकि डायवर्जन रोड बनने से नवरात्रि के दौरान मंदिर के आसपास पार्किंग की व्यवस्था गड़बड़ा जाएगी। श्रद्धालुओं की लंबी कतार के लिए भी अब पर्याप्त जगह नहीं बची हैं।
सर्वमंगला डायवर्जन रोड से आवाजाही कर सकेंगे राहगीर
पीडब्ल्यूडी के ईई जी.आर. जांगड़े ने बताया की ग्राम तरदा से सर्वमंगला चौक तक बनने वाली टू-लेन सीसी सड़क बनकर तैयार है। सर्वमंगला मंदिर के पीछे डायवर्जन रोड बन चुकी है।
अंतिम छोर के करीब रेलवे अंडरब्रिज का काम चल रहा है, जहां पर एप्रोच रोड बनाई गई है। राहगीरों के आवाजाही के लिए डायवर्जन रोड खोल दिया गया हैं। भारी वाहनों के आवाजाही पर प्रशासन द्वारा निर्णय लिया जाएगा। पीडब्ल्यूडी की ओर से कोई आपत्ति नहीं है।