KORBA: तापमान के तेवर के साथ टमाटर दिखा रहा आंख,कीमतें 100 के पार

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औद्योगिक जिले कोरबा में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार हो गई है। यहां तक कि थोक मंडियों में इसके भाव 60 रुपये से 80 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं। विक्रेताओं ने मौसम और बरसात को इसका कारण बताया है। हालांकि विशेषज्ञ इस बात से इनकार करते हैं बढ़े हुए दामों के पीछे भंडारण है।

जिले में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार हो गई है। यहां तक कि थोक मंडियों में इसके भाव 60 रुपये से 80 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं। बाजार के जानकारों के अनुसार बीते एक हफ्ते के दौरान ही बाजार में टमाटर की कीमतें दोगुना और कहीं-कहीं उससे भी ज्यादा हो गईं हैं।

कारोबारी बताते हैं कि पिछले हफ्ते जो टमाटर बाजार में अपनी क्वालिटी के हिसाब से 30 से 40 रुपये के भाव पर बिक रहा था उसकी कीमतें अब 70 से 90 और कहीं-कहीं सौ रुपये किलो तक पहुंच गईं हैं।

जानकारों के अनुसार बीते एक से दो महीने के दौरान टमाटर की कीमतों में 1900 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। टमाटर का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने वाले राज्यों में भी इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं। टमाटर ही नहीं मंडियों में अन्य हरी सब्जियों की कीमतों में भी उछाल देखा जा रहा है।

कई कारणों से कीमतें आसमान पर

फलों और सब्जियों के विपणन से संबंधित अधिकांश समस्याओं का पता उनके जल्दी खराब होने से लगाया जा सकता है। अधिक विपणन लागत, बाजार की प्रचुरता, कीमत में उतार-चढ़ाव और इसी तरह की अन्य समस्याएं फलों और सब्जियों के खराब होने की वजहें हैं। कम तापमान पर, नष्ट होने की क्षमता काफी कम हो जाती है और इस प्रकार कोल्ड स्टोरेज या प्रशीतन का महत्व बढ़ जाता है।

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