नाबालिग को वाहन चलाने के लिए देना उस समय मंहगा पड़ा जब परिवार ने 16 वर्षीय युवक को खो दिया। घटना लैलूंगा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम बहमा की है। जहां मोटरसाइकिल की ठोकर खाकर गिरे नाबालिग की अकाल मृत्यु हो गई। लगातार हो रही ऐसी दुर्घटनाओं के बाद भी समाज नाबालिगों के वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाने का नाम नहीं ले रहा है।
जैसा कि अक्सर देखने व सुनने को मिलता है कि सड़क दुघर्टना में नाबालिग की मौत, बावजूद इसके व्यक्ति जानबूझकर अपने नाबालिग बच्चों के हाथों में गाड़ी सौंप कर उन्हें मौत के मुंह में ढकेल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला लैलूंगा थाना क्षेत्र के ग्राम बहमा का सामने आया है जिसमें देवेंंद्र नाग पिता लक्ष्मण नाग उम्र 16 वर्ष के बहन के घर ग्राम कर्राबेहरा अपनी बाइक से 26 जून को मेहमानी में गया था।
एक दिन वहां रुकने के बाद 27 जून को सुबह करीब 4 बजे वह अपने गांव लौट रहा था। इस दौरान ग्राम काडरो मेन रोड में पहुंचा था कि पीछे से तेज गति में आ रहे किसी अज्ञात मोटरसाइकिल चालक ने उसे ठोकर मारकर दी और मौके से भाग गया, घटना में देवेंद्र बाइक सहित सड़क किनारे गिर कर बुरी तरह घायल हो गया.
जब आसपास के लोगों ने देखा तो घटना की सूचना पुलिस को दी । सुचना पर पहुंची पुलिस ने घायल नाबालिग को उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया और घटना की सूचना परिजनों को दी गई। वहीं परिजनों के आने पर डाक्टरेां ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे रायगढ़ रेफर कर दिया।
जिसका मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। इस दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है। वहीं घर का चिराग बुझने से परिवार में मातम पसर गया है।