लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज में आज छत्तीसगढ़ की 7 लोकसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो जायेगा। बात करे हाई प्रोफाईल और हॉट सीट की तो कोरबा लोकसभा सीट से सरोज पांडे और ज्योत्सना महंत की किस्मत जहां दांव पर लगी हुई है। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत की साख दांव पर लगी हुई है। आपको बता दे कि टिकट की घोषणा के बाद ये सीट बीजेपी के लिए जितनी आसान लग रही थी। समय के साथ-साथ इस सीट पर दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर हो गयी है। गौरतलब है कि आज लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर मतदान होगी।
पहले चरण में छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट औद दूसरे चरण में प्रदेश की तीन सीटों पर मतदान हो चुके है। प्रदेश की शेष बची 7 सीट जिनमें रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर, रायगढ़, कोरबा और सरगुजा लोकसभा की सीट शामिल है, यहां आज मतदान होना है। आपको बता दे कि कोरबा लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय को कैंडिडेट बनाये जाने के बाद ये सीट प्रदेश की हॉट सीटों की गिनती में आ गयी है। इस सीट पर ना केवल कांग्रेस बल्कि बीजेपी हाईकमान की भी पैनी नजर हैकांग्रेस के कब्जे वाली इस सीट से मौजूदा लोकसभा में 27 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे है। लेकिन सीधी लड़ाई बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय और कांग्रेस से ज्योत्सना महंत के बीच ही है।
ज्योत्सना महंत को दोबारा प्रत्याशी बनाये जाने के बाद बीजेपी इस सीट को अपने लिए वॉक ओव्हर मान रही थी। लेकिन ज्योत्सना महंत के चुनावी रथ का कमान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अपने हाथों में थामकर इस मुकाबले को रोचक बना दिया है।
राजनीतिक समीकरण को समझे तो कोरबा लोकसभा की 8 विधानसभा सीटों में मौजूदा वक्त में 6 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है, वही एक सीट पर कांग्रेस और पाली तानाखार सीट पर गोंगपा का कब्जा है। अधिकांश सीटों पर बीजेपी का कब्जा होने के कारण बीजेपी अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस इस लोकसभा क्षेत्र की 7 विधानसभा सीटों में हार का सामना करने के बाद भी जीत की उम्मींद लिये ऐढ़ी-चोटी का जोर लगाये हुए है। कोरबा लोकसभा क्षेत्र में मौजूदा चुनाव में कुल 16 लाख 18 हजार 864 मतदाता है। इनमें 8 लाख 3 हजार 520 पुरूष मतदाता है, जबकि 8 लाख 15 हजार 292 महिला मतदाताओं की संख्या है। वहीं तृतीय लिंग के कुल 52 मतदाता है। कुल मिलाकर देखा जाये तो कोरबा लोकसभा सीट में दो महिला नेत्रियों की सीधी लड़ाई में महिला मतदाताओं की संख्या पुरूषों की अपेक्षा ज्यादा है। ऐसे में भाग्य विधाता मतदाता किस प्रत्याशी के सिर पर जीत का ताज पहनाता है, और इस चुनावी रण में किस प्रत्याशी के हिस्से में हार आती है, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।।