धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर और मांस की खुली बिक्री को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव सख्त नजर आ रहे हैं. उन्होंने धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश दिया. सीएम के आदेश पर जिला प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल ने सभी मंदिरों और मस्जिदों से एक से अधिक लाउडस्पीकर हटा दिए. एक दिन में 2527 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाये गए.
CM मोहन के आदेश पर हुई कार्रवाई
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आदेश पर प्रदेश भर में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों पर कार्रवाई की गई. एक दिन में 2527 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाये गए. इसके साथ ही मांस की खुली बिक्री और डीजे पर भी नजर रखने के निर्देश दिए. साथ ही मंदिर और मस्जिद कमेटियों को साफ निर्देश दिया गया है कि एक से ज्यादा लाउडस्पीकर होने पर कार्रवाई की जाएगी.
मंदिर-मस्जिदों से हटाए गए लाउडस्पीकर
पुलिस ने भोपाल में 96, जबलपुर में 750, इंदौर में 500, ग्वालियर जिले में 24, गुना, शिवपुरी, रतलाम और अशोक नगर में एक-एक दर्जन लाउडस्पीकर मंदिरों, मस्जिदों और अन्य स्थानों से हटा दिए. बता दें कि कल सीएम ने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर, खुले में नमाज, डीजे, खुले में मांस बिक्री के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया था. उन्होंने कहा था कि खुले में मांस की बिक्री रोकने और लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई दोबारा शुरू की जाए.
सीएम मोहन ने दिया आदेश
गौरतलब है कि करीब 5 महीने पहले राज्य सरकार ने ध्वनि प्रदूषण नियंत्रक कानून का पालन करवाने के लिए धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का फैसला लिया था. वहीं बीते दिन आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के इस्तेमाल पर कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने निर्देश दिया कि ध्वनि प्रदूषण पर जागरूकता अभियान चलाया जाए. जिसके बाद रतलाम शहर के गुरुद्वारा से भी लाउडस्पीकर को निकाला गया.