भिलाई– बीते मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को पुलगांव थाना क्षेत्र के ग्राम गनियारी में हुए दोहरे हत्याकांड की गुत्थी तीन बिंदुओं में उलझी हुई है। तीनों ही बिंदु हत्या के लिए पर्याप्त कारण भी बना रहे हैं, लेकिन इनमें से किसी एक कारण को पुष्ट कर पाना कठिन हो रहा है। इसका कारण ये है कि हत्याकांड के शिकार हुए लोगों के परिवार वाले ही संदेह के दायरे में हैं और वर्तमान में वे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में व्यस्त हैं, जिसके चलते उनसे अच्छे से पूछताछ नहीं की जा पा रही है।
बता दें कि बीते मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को ग्राम गनियारी में राजबती साहू (65) और उसकी पोती सविता उर्फ माया साहू (19) की निर्मम हत्या कर दी गई थी। पुलगांव पुलिस ने हत्या की धारा के तहत प्राथमिकी कर आरोपित की पतासाजी शुरू की है। अब तक पुलिस ने तीन बिंदुओं को जांच का मुख्य आधार बनाया है और उसी के आधार पर आगे की जांच की जा रही है।
पुलिस को उम्मीद है कि इन्हीं तीन कारणों में से किसी एक कारण के चलते सामूहिक हत्या की घटना घटित हुई है। परिवार वालों से पूछताछ में ही हत्या का कारण स्पष्ट होने की बात कही जा रही है। फिलहाल पुलिस उसी के आधार पर अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। वर्तमान में पुलिस ने मृतका राजबती के बेटे निर्मल साहू, पोते मनीष साहू, दूसरे बेटे देवनारायण साहू के बेटे तुषार साहू और गांव के रहने वाले लल्ला निषाद से पूछताछ की जा रही है।
एसपी दुर्ग जितेंद्र शुक्ला ने कहा, जांच में हमें तीन प्रमुख बिंदु मिले हैं। कोई भी बिंदु कमजोर नहीं है। तीनों ही बिंदुओं को आधार बनाकर जांच की जा रही है। जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।
इस हत्याकांड का सबसे प्रमुख कारण प्रेम प्रसंग के चलते परिवार की प्रतिष्ठा पर आंच आना हो सकता है। बताया जा रहा है कि करीब सप्ताहभर पहले राजबती के पोते व सविता के चचेरे भाई मनीष ने गांव में रहने वाले लल्ला निषाद नाम के युवक को संदिग्ध हालत में सविता से मिलकर घर से बाहर आते हुए पकड़ा था। राजबती ने घर पर मवेशी पाले थे। लल्ला उन मवेशियों का दूध बेचने का काम करता है। राजबती की अनुपस्थिति में जब सविता घर पर अकेली थी, तब लल्ला वहां गया था और काफी देर बाद बाहर निकला था। मनीष ने ये देख लिया था और अपने पिता निर्मल साहू के साथ मिलकर लल्ला से पूछताछ की थी। जिसको लेकर विवाद हुआ था। उस समय से ये चर्चा थी कि सविता और लल्ला के बीच प्रेम प्रसंग था और उसके चलते परिवार की प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती थी।
बताया जा रहा है कि राजबती और उसका पति अर्जुन साहू अपने बेटे अश्वनी साहू व उसकी बेटी सविता उर्फ माया साहू को ज्यादा पसंद करते थे। इसी कारण से राजबती अपनी पोती सविता को अपने साथ रखती थी, इसलिए परिवार के बाकी सदस्यों को लगता था कि शायद उन्हें संपत्ति में बराबर का हिस्सा नहीं मिलेगा या फिर कोई हिस्सा नहीं मिलेगा। यह भी हत्या की एक वजह बताई जा रही है।
राजबती व अर्जुन साहू का एक बेटा देवनारायण साहू वर्तमान में जेल में बंद है। उस पर नाबालिग से दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट का मामला दर्ज है। देवनारायण के बेटे तुषार को लगता था कि उसके दादा-दादी उसके पिता को जेल से छुड़ाने के लिए किसी तरह का प्रयास नहीं कर रहे हैं। इसे लेकर वो अक्सर परिवार में विवाद भी करता था।