महादेव सट्टा ऐप मामले में गिरफ्तार बर्खास्त पुलिस आरक्षक अर्जुन यादव को विशेष PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) कोर्ट ने शुक्रवार को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया था। जिसके बाद एक बड़ा अपडेट सामने आया है। अर्जुन यादव ने पूछताछ में अब तक 20 से अधिक महादेव ऐप के पैनल का संचालन करना स्वीकार किया है। इसमें से वर्तमान में 4 पैनल श्रीलंका और 1 पैनल कोलकाता में ऑपरेट होने की बात सामने आई है।
बर्खास्त पुलिस आरक्षक अर्जुन यादव से प्राप्त पैनलों के संबंध में जानकारी के आधार पर रायपुर पुलिस की टीम कोलकाता में कार्रवाई कर रही है। अर्जुन यादव के मोबाइल फोन में महादेव ऐप से जुडे हुए बहुत से व्हाट्सएप ग्रुप भी मिले हैं जिनमें से कुछ ग्रुप RTGS एकाउन्ट से और कुछ ग्रुप फेक एकाउन्ट से संबंधित हैं।
ब्यूरो की टीम द्वारा ग्रुप्स से प्राप्त जानकारी के आधार पर 200 से अधिक ऐसे बैंक अकाउंट को चिन्हांकित करके लगभग 3 करोड़ रूपये की राशि इन बैंक खातों में फ्रीज़ करवाई गई है। आरोपी से महादेव ऐप के पैसे से खरीदी गई एक FOURTUNER गाड़ी भी जब्त की गई है।
बता दें कि महादेव सट्टा ऐप मामले में गिरफ्तार बर्खास्त पुलिस आरक्षक अर्जुन यादव कई दिनों से फरार चल रहा था। उसे ईओडब्ल्यू की टीम ने मध्य प्रदेश के पचमढ़ी से गिरफ्तार किया है।
ईओडब्ल्यू की टीम ने पूछताछ के लिए कोर्ट में अर्जुन यादव को 5 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर लेने का आवेदन लगाया था जिसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने 14 मई तक के लिए उसे पुलिस रिमांड पर भेजा है।
अर्जुन यादव महादेव केस में रायपुर जेल में बंद निलंबित आरक्षक भीम यादव का भाई है। महादेव सट्टा मामले में नाम आने के बाद दुर्ग पुलिस में आरक्षक के पद पर तैनाता अर्जुन को एसपी ने निलंबित कर दिया था।