शनिवार को नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से 10 वर्षीय मासूम हिडमा कवासी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दोपहर लगभग 2:30 बजे हिडमा कवासी, जो पटेलपारा मूतवेंडी का निवासी था, बकरी चराने जंगल की तरफ गया हुआ था। तभी पीडिया मुरुमपारा के पास नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 27 जुलाई को पीडिया मुरुमपारा (मूतवेंडी कैंप से 2 किमी की दूरी) के पास प्रेशर आईईडी की चपेट में आने के कारण हिडमा कवासी पुत्र बामन कवासी गंभीर रूप से घायल हो गया था और बहुत अधिक रक्तस्राव हो गया था। बेहतर इलाज हेतु एम्बुलेंस से जिला अस्पताल बीजापुर भेजा जा रहा था, लेकिन चेरपाल नाले के पुल पर लगभग 3 फीट पानी तेज बहाव में बह रहा था, जिसके कारण एम्बुलेंस का निकलना मुश्किल हो रहा था।
इस घटना की सूचना मिलते ही कमांडेंट विजयेंद्र सिंह एवं द्वितीय कमान अधिकारी सुबोध कुमार ने तत्काल कार्यवाही करते हुए क्यूएटी और एफ/222 के जवानों के साथ पानी के तेज बहाव में मानव श्रृंखला बनाकर स्ट्रेचर की सहायता से घायल बालक को नाले के दूसरी तरफ पार कराया, जहां एम्बुलेंस में सुरक्षित बैठाकर जिला अस्पताल बीजापुर के लिए रवाना किया गया। लेकिन अफ़सोस की बात है कि इलाज के दौरान हिडमा कवासी ने दम तोड़ दिया।
कमांडेंट विजयेंद्र सिंह और उनकी टीम द्वारा यह त्वरित और जोखिम भरी कार्यवाही मानवता के लिए एक मिसाल है।