बहन से प्रेम-प्रसंग की शंका पर नाबालिग भाई ने अपने दोस्त की कैंची मारकर हत्या कर दी। घटना साेमवार रात 12 बजे की आसपास की है। नाबालिग डोंगरगढ़ भगत सिंह चौक के रहने वाले है, जबकी उसका 22 वर्षीय दोस्त राजू निषाद राजनांदगांव के मोहारा गौरा चौक का रहने वाला था। नाबालिग ने अपने दोस्त राजू निषाद को शराब पिलाने के बहाने अपने घर बुलाया था।
दोस्त के बुलाने पर राजू अपने साथी भवानी ध्रुव को लेकर डोंगरगढ़ पहुंचा। घर पहुंचते ही नाबालिग ने अपने पास रखी कैंची से राजू निषाद के पेट और गले में ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले के बाद राजू मौके पर ही गिर गया। वहीं उसके साथ गए भवानी ध्रुव को भी नाबालिग आरोपित ने मारने के लिए दौड़ाया, लेकिन वह बचकर भाग निकला।
इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि भगत सिंह चौक में चाकूबाजी हो गई है। पुलिस मौके पर पहुंची तो राजू खून से लथपथ पड़ा हुआ मिला। जिसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
जन्मदिन पार्टी में बाहर गए थे नाबालिग के परिजन
नाबालिग ने दोस्त को जब अपने घर बुलाया तो घर में कोई नहीं था। उसके स्वजन जन्मदिन पार्टी में बाहर गए हुए थे। रात में लौटे तो घर के सामने पुलिस व लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद नाबालिग आरोपित मौके से भाग निकला। पुलिस ने लड़के को खोजने कई ठिकानों पर दबिश दी। कुछ घंटे बाद नाबालिग को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में लड़के ने बहन से प्रेम-प्रसंग होने के शक में वारकर हत्या करना स्वीकार किया।
दोनों में थी गहरी दोस्ती
युवक राजू और नाबालिग गहरे दोस्त थे। कुछ दिन से लड़के को अपने दोस्त राजू पर बहन से फोन पर बातचीत करने और प्रेम-प्रसंग होने शंका थी। नाबालिग ने पूरी योजना के साथ मृतक को अपने घर शराब पीने बुलाया और मौत के घाट उतार दिया। इधर, राजू की हत्या होने के बाद उसके दोस्त भवानी ध्रुव सदमे में हैं। पीएम के बाद दोपहर शव को स्वजन को सौंप दिया गया।
नाबालिग लड़के का पहले से है अपराधिक रिकार्ड
पुलिस ने बताया कि विधि से संघर्षरत बालक का अपराधिक रिकार्ड तलाशने पर उसके विरूद्ध इसके पूर्व भी थाना डोंगरगढ़ में तीन प्रकरण मारपीट, गंभीर चोंट, लूट एवं आर्म्स एक्ट जैसे प्रकरण पंजीबद्ध होना पाया गया है। विवेचना दौरान घटना स्थल से घटना मे प्रयुक्त कैंची एवं अन्य साक्ष्य बरामद कर बालक के खिलाफ कार्रवाई करत हुए संरक्षणात्मक अभिरक्षा में भेजने के लिए न्यायालय में पेश किया गया।