शहर के एक युवक और स्वजन को लुटेरी दुल्हन लूटकर भाग गई। इतना ही नहीं लाखों रुपये की नकद राशि और जेवरात भी अपने साथ ले गई। फेरे लेने के महज 6 दिन बाद ही दुल्हन घर छोड़कर चली गई। पति ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और जब पुलिस ने मामले की जांच की तो लुटेरी दुल्हन और उसके पूरे गिरोह के बारे में परते खुलती गई।
यह पूरा मामला सिटी थाना क्षेत्र का है। रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी अभिनव चौकसे ने बताया कि लुटेरी दुल्हन का प्रकरण संज्ञान में आने पर एएसपी आरडी प्रजापति व राजेश्वरी महोबिया, एसडीओपी अर्चना शर्मा के नेतृत्व में सिटी पुलिस थाना की विशेष टीम बनाई गई।
24 जून 2024 को हुई थी शादी
सिटी थाना क्षेत्र में रहने वाले अजय पांडे 30 वर्ष का विवाह अनिता दुबे निवासी खातेगांव से 24 जून 2024 को हुआ था। इसके बाद 30 जून को अनिता दुबे 21 वर्ष बिना बताए घर से चली गई। दुल्हन व उसके स्वजन को शादी के समय 1 लाख रुपये नकद तथा 90 हजार रुपये के जेवर दिए थे। दुल्हे अजय ने अनिता की गुमशुदगी थाना में दर्ज कराई। जांच में गुमशुदा अनिता लुटेरी दुल्हन के रूप में संदिग्ध लग रही थी।
घर से नकदी और जेवर भी साथ ले गई
दुल्हन अनिता ने शादी के बाद से मासिक धर्म का बहाना कर पति के साथ दूरी बनाई। 30 जून 2024 को अन्य आरोपितों के कहने पर दुल्हन अनिता घर से बिना बताए भाग गई थी। जांच में आरोपियों द्वारा दुल्हन व उसके स्वजन से छल से षड्यंत्र पूर्वक शादी के नाम पर रकम प्राप्त करना और भाग जाना पाया। आरोपियों पर धार 406, 420, 120बी का अपराध पंजीबद्ध किया गया। इस पूरी पड़ताल में सिटी थाना प्रभारी प्रहलाद सिंह मर्सकोले और उनकी टीम का विशेष सहयोग रहा।
जांच में अनिता पिता गजानन दुबे निवासी खातेगांव को भी हिरासत में लेकर बयान लिए गए। जांच में पता चला कि दुल्हन अनिता, उसकी मां रेखा बाई, पिता गजानंद, दुल्हन की बुआ पूजा उर्फ चांदनी दुबे तथा दुल्हन का मुंह बोला मामा रामभरोस जाट द्वारा आवेदक के साथ शादी की बाद 23 जून 2024 को की गई थी और अगले दिन गायत्री मंदिर से शादी करा दी। शादी में 1 लाख रुपये नकद व 90 हजार रुपये के जेवर (एक सोने की माला, कान के झुमके, नथ, पायल, बिछिया) आरोपियों द्वारा प्राप्त किए गए थे।