छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने बीजापुर में नक्सलियों की बटालियन नंबर दो की सक्रियता वाले क्षेत्र पीडि़या में तीन दिन तक चले लंबे अभियान में तीन बार नक्सलियों के एंबुश को तोड़ा, अलग-अलग क्षेत्र में नौ बार मुठभेड़ हुई। इसका परिणाम 30 लाख रुपये के छह इनामी सहित 12 नक्सलियों को ढेर किए जाने के रूप मे सामने आया।
मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के साथ एक ग्रामीण भी क्रॉस फायरिंग में घायल हुआ है, जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पहली मुठभेड़ के तुरंत बाद नक्सलियों ने रणनीति बदली और ग्रामीणों की वेशभूषा धरकर उनसे घुल- मिल गए। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सलियों की पहचान कर ली गई है।
मारे गए नक्सलियों पर 30 लाख का इनाम था। नक्सलियों के अस्थायी कैंप को भी ध्वस्त कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि गंगालूर थाना क्षेत्र के पीडि़या के जंगल में एसजेडसी सदस्य चैतु, लेंगु एवं पापाराव, पीएलजीए कंपनी नम्बर दो कमांडर वेल्ला सहित अन्य 100-150 सशस्त्र नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना थी। जो पालनार व मुतवेंडी कैंप पर हमले सहित क्षेत्र में तेंदूपत्ते की लेवी वसूली की योजना बना रहे थे।
सटीक सूचना पर सुरक्षा बल की संयुक्त टीम बीजापुर, दंतेवाड़ा व सुकमा से नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। सर्च अभियान के दौरान 10 मई की सुबह छह बजे पीडि़या के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच अलग-अलग स्थानों पर सुबह छह बजे से लेकर शाम पांच बजे तक कई बार मुठभेड़ हुई।
सुरक्षा बल ने नक्सलियों के अस्थायी कैंप को ध्वस्त किया। घटनास्थल से बीजीएल लांचर, 12 बोर बंदूक, कंट्री मेड राइफल, बीजीएल सेल, भारी मात्रा में विस्फोटक, नक्सली वर्दी, पिट्ठू, दवाइयां प्रतिबंधित नक्सली संगठन की प्रचार प्रसार की सामग्री व नक्सली साहित्य व अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई है।