शनि जयंती के अवसर पर अंचल में भक्तिमय माहौल देखने को मिला। शनिदेव की आराधना के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। चिल्हाटी के शनिधाम में शनिदेव को 301 लीटर तेल से अभिषेक किया गया। एक किलो चांदी का छत्र चढ़ाया गया। चिल्हाटी के शनिधाम में विशेष रूप से भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। भक्तों ने शनिदेव को तिल, काले वस्त्र, और काले तिल का दान भी किया।
रेलवे कालोनी के काली मंदिर स्थित शनि मंदिर और रतनपुर के भैरव बाबा मंदिर प्रांगण में विराजे शनिदेव की आराधना में भक्ल लीन थे। मंदिरों में आयोजित हवन और यज्ञ में श्रद्धालुओं ने पूरे विधि-विधान के साथ हिस्सा लिया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली बाधाओं का अंत होता है। भक्तों ने शनि मंत्रों का जाप और शनि चालीसा का पाठ किया।