रेंज साइबर थाना, रायपुर ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में विभिन्न राज्यों के कुल 80 पुलिस थानों और साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज है।
मामले का विवरण:
प्रार्थी डॉ. प्रकाश गुप्ता (66 वर्ष), निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, टाटीबंध आमानाका, रायपुर, रिटायर्ड सिविल सर्जन ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर उनसे 74.49 लाख रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। 16 जुलाई को रेंज साइबर थाना रायपुर में अपराध क्रमांक 8/24 धारा 420, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा द्वारा रेंज साइबर थाना की टीम को तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए। पुलिस ने विवेचना के दौरान आरोपियों के उपयोग किए जा रहे बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जानकारी प्राप्त की।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया:
आरोपी आशीष साहू ने विभिन्न बैंकों में खाते खोलकर अपने साथी आरोपी विकास चंद्राकर को दिए थे। इन खातों में प्रार्थी से 25 लाख रुपए जमा करवाए गए थे। बदले में विकास चंद्राकर ने आशीष को 3.70 लाख रुपए कमीशन के रूप में दिया था।
विकास चंद्राकर, जो पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, वर्चुअल नंबर का उपयोग करता था और अन्य लोगों से बैंक खाते किराए पर लेकर ठगी की रकम जमा करवाता था। इसके खिलाफ अलग-अलग राज्यों के 80 पुलिस थानों और साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज है। विकास के पास 10 से अधिक बैंक खातों और XUV 700 गाड़ी की जानकारी भी प्राप्त हुई है।
आरोपियों को 29 जुलाई को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
आरोपी विवरण:
आशीष साहू (36 वर्ष) पिता निरंजन साहू, निवासी स्पात नगर भिलाई, दुर्ग छत्तीसगढ़।
विकास चंद्राकर (33 वर्ष) पिता आशाराम चंद्राकर, निवासी मैत्री नगर रिसाली भिलाई, पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर।
जब्ती:
4 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, 7 डेबिट कार्ड, i10 कार, 8 लाख रुपए बैंक खाते में होल्ड।
रेंज साइबर थाना, रायपुर की इस महत्वपूर्ण कार्यवाही ने ठगी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है और इससे भविष्य में इस प्रकार की ठगी के मामलों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।