सिकल सेल रोग में होम्योपैथी दवाई कारगर साबित हो रही है

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सीहोर– विशेष पिछड़ी जनजाति समूह में पाये जाने वाले सिकल सेल रोग के उन्मूलन के लिये आयुष विभाग के अंतर्गत संचालित शासकीय होम्योपैथी चिकित्सालय शोध कार्य कर रहे हैं। इन जनजाति समूह में रोग से बचाव के लिये होम्योपैथी दवाई कारगर साबित हो रही है। शासकीय होम्योपैथी अस्पताल ने जनजातीय क्षेत्रों में बैगा और भारिया समुदाय में शोध कार्य किया है।

स्क्रीनिंग के बाद पॉजिटिव पाये गये चिन्हित मरीजों को होम्योपैथी दवाई दी गई। दवाई का यह प्रभाव रहा कि वे अब कम बीमार पड़ते हैं। जिन रोगियों को शरीर में दर्द और खून की कमी की शिकायत थी, वे अब अच्छा महसूस कर रहे हैं। जिन मरीजों में ब्लड ट्रांसफ्यूजन बार-बार होता था, उनमें भी कमी आई है।

होम्योपैथी अस्पताल द्वारा सिकल सेल में शोध कार्य किया जा रहा है। इनमें विश्व स्वास्थ्य संगठन, एम्स भोपाल, आईसीएमआर-एनआईआरटीएच जबलपुर लगातार सहयोग कर रहे हैं। अनुसंधान और रोगियों के इलाज के अलावा शासकीय होम्योपैथी अस्पताल द्वारा चिन्हित किये गये मरीजों को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ भी दिलाया गया है।

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