सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम भैंसाखार राजापुर में निलंबित पटवारी ने अपने ससुराल में सो रहे साले की टांगी मारकर हत्या कर दी। पटवारी निलंबन के बाद ससुराल में एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने गया था। नाते – रिश्तेदारों ने एक साथ भोजन किया।
सभी सोने चले गए। इसी बीच आरोपित मनोज कुमार बड़ा (48) ने अपने साले अनुरंजन लकड़ा (37) के गर्दन और जबड़े पर जोरदार प्रहार कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई।पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार आरोपित मनोज बड़ा के चाचा ससुर की मौत चार वर्ष पहले हो गई थी।सामाजिक परंपरानुसार गृहग्राम भैसाखार में उनकी स्मृति में मठ बनाना था जिस कारण सभी रिश्तेदार ग्राम भैसाखार सीतापुर में जुटे थे। सभी रिश्तेदारों द्वारा मिलकर रविवार को मठ बनाया गया।
रात को खाना पीना खाकर सभी एक ही परछी मे सो रहे थे। देर रात परिवार की महिला सदस्य उठी तो देखा कि आरोपित मनोज कुमार बड़ा जग रहा था। अचानक वह उठकर दूसरे कमरे में गया।
वहां से टांगी लेकर आया और सो रहे अपने साले अनुरंजन लकड़ा के जबड़ा एवं गर्दन में टांगी से वार कर दिया। चीख सुनकर सभी लोग जाग गए। घटना की सूचना पर सीतापुर पुलिस मौके पर पहुंची एवं शव को पंचनामा पश्चात् पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस ने आरोपी मनोज बड़ा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि अचानक आवेश में आकर उसने घटना कारित की। स्वजन के अनुसार दोनों के बीच कोई गंभीर विवाद नहीं था। मनोज बड़ा मूलतः सीतापुर के बनेया गांव का निवासी है।कार्रवाई में थाना प्रभारी सीतापुर निरीक्षक भरत लाल साहू, सहायक उप निरीक्षक शिवचरण साहू, प्रधान आरक्षक नंदकुमार प्रजापति, आरक्षक धनकेश्वर यादव, पंकज देवांगन, आलोक गुप्ता, मनोहर पैकरा शामिल रहे।
पूछताछ में पता चला कि आरोपित मनोज बड़ा मध्यप्रदेश के जबलपुर में पटवारी के पद पर पदस्थ था। करीब चार माह पूर्व उसे शासकीय कार्य में लापरवाही के कारण निलंबित किया गया था। निलंबित होने के बाद वह अपने पत्नी एवं बेटे के साथ अपने घर बनेया आ गया था। करीब एक माह पूर्व वह पत्नी एवं बच्चे के साथ ससुराल गांव भैंसाखार आ गया था व वहीं रह रहा था।