बस्तर और बीजापुर से जुड़े नक्सलियों के टेरर फंडिंग मामले में हिरासत में लिए गए चार नक्सली एजेंटों और मानपुर निवासी मुख्य आरोपी विवेक सिंह के बैंक खातों की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। नक्सलियों की लेवी के लाखों रुपये सीधे इन एजेंटों के खातों में ट्रांजैक्ट हुए हैं। सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ है कि मुख्य आरोपी विवेक सिंह का बैंक अकाउंट भारत से बाहर मॉरीशस के एक बैंक से जुड़ा हुआ है।
एनआईए कोर्ट में पेशी और रिमांड
इस मामले के पांचों आरोपियों को शनिवार दोपहर बाद एनआईए कोर्ट, बिलासपुर में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इस संपूर्ण मामले की गहन जांच मोहला, मानपुर, अंबागढ़ चौकी जिले की पुलिस कर रही है। राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा के निर्देशन में एसपी वायपी सिंह के नेतृत्व में एडिशनल एसपी मयंक गुर्जर, एडिशनल एसपी पीतांबर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीसी पटेल, और एसडीओपी मयंक तिवारी की अलग-अलग टीमें इस जांच में जुटी हुई हैं।
सुरजू टेकाम के दिल्ली दौरे से हुआ बड़ा खुलासा
मानपुर इलाके के कथित नक्सली नेता सुरजू टेकाम, जो वर्तमान में यूएपीए की धाराओं के तहत जेल में बंद है, के 22 मार्च को दिल्ली दौरे की पुलिस जांच में कई अहम सुराग मिले हैं। सुरजू टेकाम के दिल्ली पहुंचने की जांच के दौरान पुलिस को बस्तर, बीजापुर, भैरमगढ़, और मोहला-मानपुर के शहरी नेटवर्क को ध्वस्त करने में बड़ी सफलता मिली है। जांच में खुलासा हुआ कि हिरासत में लिए गए नक्सली एजेंटों के खातों में तेंदूपत्ता ठेकेदारों और अन्य ठेकेदारों द्वारा लाखों, करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया है। मुख्य आरोपी विवेक सिंह का बैंक अकाउंट मॉरीशस से जुड़ा हुआ पाया गया है, जिसकी जांच की जा रही है।
नक्सली एजेंटों के बैंक खाते
माओवादी संगठन के लिए टेरर फंडिंग करने वाले एजेंटों के बैंक खातों की जांच में कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। मुख्य आरोपी विवेक सिंह का बैंक खाता स्टेट बैंक ऑफ़ मॉरीशस की मुंबई शाखा में पाया गया है। बीजापुर के राजेंद्र करती का अकाउंट दंतेवाड़ा स्टेट बैंक में संचालित हो रहा है, जबकि अन्य आरोपी सोनाराम फरसा, विजय जुरी, और रामलाल करमा का बैंक अकाउंट बीजापुर स्टेट बैंक में है। इन खातों में लंबे समय से नक्सलियों की रकम का लेन-देन होता रहा है।
एनआईए जांच की मांग
मानपुर के भाजपा नेता राजू टांडिया ने टेरर फंडिंग के इस मामले की गहराई से जांच की मांग की है। उन्होंने आशंका जताई है कि इस विदेशी खाते का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए भी किया जा सकता है, और इस मामले की जांच एनआईए द्वारा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने इस फंड का उपयोग भाजपा नेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ने, उनकी हत्या कराने, और उन्हें डराने-धमकाने के लिए किया है।
इस खुलासे के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी जांच को और भी तेज कर दिया है। विवेक सिंह के मॉरीशस से जुड़े बैंक खाते की जांच से कई और परतें खुलने की संभावना है, जिससे नक्सली नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय संबंधों का भी खुलासा हो सकता है।