केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि भारत गहरे समुद्र मिशन वाला छठा देश बनने के लिए तैयार है। मंत्रालय की 100 दिवसीय कार्य योजना को लेकर आहूत बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिंह ने गहरे समुद्र मिशन की प्रगति पर गर्व और खुशी व्यक्त की I
कहा कि भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाले कुछ देशों में शामिल हो गया है। उन्होंने संस्थानों से आजीविका के लिए समुद्र और उसकी ऊर्जा पर निर्भर लोगों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने कहा कि गहरे समुद्र का मिशन खनिज अन्वेषण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समुद्री विज्ञान का विकास, वनस्पतियों एवं जीवों की खोज और समुद्री जैव विविधता का संरक्षण भी है।
उन्होंने मत्स्ययान 6000 के विकास के लिए राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईओटी) के प्रयासों की सराहना की। यह समुद्र में 6,000 मीटर गहराई तक गोता लगा सकता है।सिंह ने जहाज के लिए टाइटेनियम पतवार विकसित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ मिलकर काम करने के लिए मंत्रालय की सराहना की।