ठग को पकड़ने मेहमान बनकर दिल्ली पहुंची क्राइम ब्रांच, पकड़ा आरोपित

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ग्वालियर– ग्वालियर से करीब 50 लाख रुपये ठगकर भागे ठग को क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा है। वह दिल्ली में किराये से रहता था। ग्वालियर के इंदरगंज इलाके में रहने वाले मनीष पुत्र श्यामसुंदर अग्रवाल उम्र 51 वर्ष ने ग्वालियर में कई लोगों के साथ ठगी की थी। वह करीब 50 लाख रुपये लेकर भागा था। गाजियाबाद सर्किल दक्षिण दिल्ली में रह रहा था।

उसकी लोकेशन जैसे ही मिली तो क्राइम ब्रांच की टीम उसकी तलाश में दिल्ली पहुंची। उसका फोटो टीम के पास था। वह फ्लैट में रहता था और बहुत ही कम समय के लिए बाहर निकलता था। उस तक पहुंचने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने चार दिन तक रैकी की। फिर उसके घर मेहमान बनकर टीम पहुंची। यहां से उसे पकड़ लिया। उसने शोर मचाया, लेकिन पुलिस ने उसे गाड़ी में बैठाकर गाड़ी दौड़ाई और गाड़ी सीधे ग्वालियर ही आकर रुकी।

दूध एवं दूध से बने उत्पादों में मिलावट रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान को गति देने आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुदाम खाड़े ने ग्वालियर एवं चंबल संभाग के प्रत्येक जिले को पेपर स्ट्रिप फोर डिटेक्शन आफ मिल्क एल्डटेऊशन और पेस्टिसाइड रेसिड्यू की पेपर स्ट्रिप किट मुहैया कराई है। इस किट के उपयोग से दूध में होने वाले स्टार्च, डिटरर्जेंट, यूरिया की तत्काल जांच हो सकेगी।

पेपर स्ट्रिप फोर डिटेक्शन आफ मिल्क एल्डटेऊशन किट में पांच प्रकार की पेपर स्ट्रिप है इस पेपर स्ट्रिप को दूध में डिप करने के बाद रंग परिवर्तन से माल्टोडेक्सट्रिन, ग्लूकोज, स्टार्च, यूरिया एवं नमक पांच तरह की दूध में मिलावट की पहचान आसान तरीके से की जा सकेगी। शुद्ध दूध में पेपर स्ट्रिप का रंग चेंज नहीं होता है। पेस्टिसाइड रेसिड्यू की पेपर स्ट्रिप किट से दूध मे पेस्टिसाइड की भी पहचान तुरंत की जा सकेगी। खाद्य सुरक्षा विभाग इन दोनों एडवांस किट का उपयोग कर दूध और दूध से बने उत्पादों में मिलावट की पहचान कार्रवाई कर सकेगा।

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