Union Public Service Commission की तरफ से आयोजित होने वाली यूपीएससी सीएसई परीक्षा (UPSC CSE Exam) देश ही नहीं दुनिया भर के सबसे कठिन एग्जाम में से एक है. इसके बावजूद हर कोई एक बार इस एग्जाम को जरूर देना चाहता है. इससे पहले हम आपको इसके पीछे की वजह बताएं. आइए पहले जान लेते हैं कि इस साल ये परीक्षा कब शुरू होगी. इस साल UPSC के पहले चरण के एग्जाम यानी कि UPSC Prelims 16 जून को होगी. जानकारी के लिए बता दें कि इसमें आपसे कुल 180 सवाल पूछे जाएंगे जो ऑब्जेक्टिव बेस्ड होंगे. इसमें जनरल स्टडीज के 100 सवाल और CSAT के 80 सवाल पूछे जाएंगे. इस परीक्षा को पास करने के बाद ही छात्र अगले चरण यानी कि UPSC मेंस की परीक्षा दे पाएंगे.
बता दें कि हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 1 फीसदी से भी कम छात्र परीक्षा को निकाल पाते हैं. दरअसल, इसका सबसे बड़ा कारण है ब्यूरोक्रेसी. दरअसल, इस एग्जाम के माध्यम से देश के सर्वोच्च पदों पर नियुक्ति मिलती है. चाहे आईएएस (IAS) हो, आईपीएस (IPS) हो, आईएफएस (IFS) हो या आईआरएस (IRS), इन सभी सेवाओं में नियुक्ति के लिए यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम (UPSC Civil Service Exam) क्लियर करना जरूरी है.
UPSC सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में होती है. पहले चरण में प्रीलिम्स, दूसरे में मेंस , और तीसरे में इंटरव्यू. यूपीएससी के उम्मीदवारों को ब्यूरोक्रेट बनने के लिए इन तीनों चरणों में सफलता प्राप्त करना आवश्यक है. पहले चरण में प्रीलिम्स को पास करना आवश्यक होता है. इसके बाद दूसरे चरण में मेन्स परीक्षा होती है और इसके बाद तीसरे चरण में इंटरव्यू होता है. उम्मीदवारों को UPSC के लिए इन तीनों चरणों में सफल होना ज़रूरी होता है.
प्रीलिम्स में उम्मीदवारों को दो पेपर देने होते हैं. ये दोनों पेपर ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं. पहला पेपर GS (General Studies) का होता है और दूसरा पेपर CSAT (Civil Services Aptitude Test) का होता है. इस परीक्षा में पास होना अनिवार्य है, और प्रीलिम्स के मेरिट के आधार पर ही उम्मीदवार मेन्स के चरण में प्रवेश प्राप्त करते हैं. प्रीलिम्स के बाद मेन्स होता है, जिसमें उम्मीदवारों को विभिन्न विषयों पर लिखित परीक्षा देनी होती है. इसमें भूगोल, इतिहास, राजनीति विज्ञान, विज्ञान इत्यादि के अलग-अलग पेपर होते हैं. इसके साथ ही एक ऑप्शनल पेपर भी होता है. इन सभी पेपरों को पास करने पर उम्मीदवार तीसरे और अंतिम चरण में पहुंचते हैं, जहां उनका इंटरव्यू होता है जिसे क्लियर करने पर वे सिविल सर्वेंट बन जाते हैं .
साल 2024 के लिए भरे गए फॉर्म
मालूम हो कि इस साल UPSC की परीक्षा के लिए फॉर्म भरे जा चुके हैं. इसे लेकर सभी उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी तैयारियां भी पक्की कर ली है. UPSC Prelims के लिए छात्रों को कुल 4 घंटे का समय दिया जाता है. जैसा कि हमने आपको बताया इसमें आपके 2 पेपर होते हैं. दोनों एग्जाम के बीच आपको एक ब्रेक दिया जाएगा. वहीं, जनरल स्टडीज के एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग भी होती है. इसमें हर गलत जवाब के लिए सही में से 0.66 अंक काट लिए जाते हैं.