शातिर पत्‍नी की खौफनाक साजिश, प्रेमी के लिए पति को दी दर्दनाक मौत, फिर बचने के लिए शव के साथ किया ये काम

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राजनांदगांव– छत्‍तीसगढ़ के राजनांदगांव के डोंगरगढ़ में हत्‍या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्‍यार में बाधा बनने पर पत्‍नी ने प्रेमी और उसके दोस्‍त के साथ मिलकर पति को दर्दनाक मौत दी। इसके बाद दोनों ने सबूत मिटाने के लिए शव को जला दिया। पुलिस ने इस हत्‍याकांड का राजफाश करते हुए आरोपितों को दबोच लिया है।

दरअसल, यह घटना डोंगरगढ़ मोहारा से लगे ग्राम सहसपुर की है। डोंगरगढ़ मोहारा से लगे ग्राम सहसपुर में मिले अधजले शव की पहचान के बाद पुलिस ने हत्या की गुत्थी को राजफाश कर लिया है। शव सहसपुर के ही सुकालू कंवर (40 वर्षीय) का था। सुकालू की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी केसर बाई ने ही अपने प्रेमी व उसके दोस्त के हाथों कराई है।

पुलिस ने मृतक सुकालू की पत्नी केसर बाई (36 वर्षीय) के साथ प्रेमी खैरागढ़ जिले के बांधा नवागांव निवासी मनेश उर्फ मनीष कंवर (34 वर्षीय) व उसके दोस्त घुमका भाठापारा निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू यादव (32 वर्षीय) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने पत्रकारवार्ता लेकर हत्या के प्रकरण का राजफाश किया।

घटना बीते 27 फरवरी की है। मृतक सुकालू की पत्नी केसर बाई ने अपने प्रेमी मनेश उर्फ मनीष व उसके दोस्त जीतू को गांव में हो रहे शादी कार्यक्रम के नाम से बुलाया था। इसके बाद उसने अपने पति की हत्या की साजिश रची। प्रेमी मनेश व जीतू ने मृतक को उसके घर के पीछे बाड़ी में ले जाकर शराब पिलाया, जिसके बाद आरोपित जीतू ने सुकालू के सिर पर पत्थर से वारकर दिया, वहीं आरोपित मनेश ने गमछे से सुकालू का गला घोट दिया। जिससे सुकालू की मौत हो गई।

इसके बाद आरोपितों ने शव को घसीटते हुए पैरावट में ले गए और साक्ष्य छिपाने के लिए शव का जला दिया। सुकालू की हत्या के करीब 14 दिन बाद पुलिस को अधजला शव मिलने की सूचना मिली। जिसे बरामद कर पुलिस ने विवेचना शुरू की। जलने के कारण शव क्षत-विक्षत की स्थिति में था, जिसके कारण शव की पहचान नहीं हो पायी थी। शव काे डीएनए के लिए फारेसिंक लैब भेजा गया।

इधर, पुलिस ने गांव में लापता लोगों की जानकारी जुटाई, जिसमें पता चला कि सुकालू कंवर गांव में नहीं है। पूछताछ में पता चला कि सुकालू काम के लिए हैदराबाद जाता था। पुलिस की टीम हैदराबाद तक गई, लेकिन वहां सुकालू पहुंचा ही नहीं था। इसके बाद पुलिस ने सुकालू की पत्नी से पूछताछ की। जिसमें पत्नी केसर ने 27 फरवरी को बिना बताए पति के जाने की जानकारी दी। उसी दिन से मोबाइल गुम होना भी बताया, जिस पर पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस आरोपित पत्नी केसर बाई के मोबाइल नंबर को ट्रेस किया। इसके बाद पुलिस ने मामले काे राजफाश कर लिया।

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने पत्रकारवार्ता में बताया कि मृतक सुकालू की पत्नी केसर बाई ने ही उसकी हत्या की साजिश रची थी। प्रेम प्रसंग को लेकर केसर बाई ने अपने प्रेमी मनेश व उसके दोस्त को गांव बुलाया। इसके बाद योजना के अनुसार पति को उनके साथ शराब लेने के लिए ग्राम कटली भेजा। वहां से आने के बाद घर के पीछे इमली पेड़ के पास शराब पीये। आरोपितों ने सुकालू को जानबूझकर शराब पिलाया। नशे की हालत में होने के बाद आरोपित जीतू ने पत्थर से सुकालू के सिर पर वार किया, तभी मनेश ने गला दबा दिया।

आरोपितों ने सुकालू की हत्या के बाद शव को पैरावट से जला दिया, ताकि उसकी पहचान ना हो सकें। पैरावट में जलने और 14 दिन होने के कारण शव क्षत-विक्षत मिला। पुलिस ने शव बरामद कर मामले की जांच की। फोरेसिंक टीम ने भी घटना स्थल की जांच की। शव का डीएनए भी कराया गया, जिसके बाद उसकी पहचान हो सकी। शव के पहचान के बाद सुकालू की हत्या के आरोपित 12 घंटे में ही दबोच लिए गए।

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