हजारों लोगों का होता है निस्तार, सामूहिक प्रयासों के साथ अरसे बाद बदली तालाब की दशा

28

सरोवर धरोहर के अंतर्गत सरकारी योजना से पिछले वर्षों में कोरबा के कई बड़े तालाबों की स्थिति को बेहतर करने का काम किया गया लेकिन कई तालाब अपने हाल पर छोड़ दिए गए हैं। ऐसे तालाबों के सहारे आसपास की बड़ी आबादी के कई काम होते हैं। इन्हीं सब कारण से पौड़ीबाहर के सार्वजनिक तालाब को ठीक-ठाक करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने कोशिश की है। इसके नतीजे तालाब की दशा को सुधारने में काफी हद तक मदद मिली है।

पौड़ीबाहर क्षेत्र में मुक्तिधाम के सामने यह तालाब स्थित है जिसका उपयोग अलग-अलग कार्यों के लिए विभिन्न क्षेत्रों की हजारों की आबादी लंबे समय से करती आ रही हैं। विशाल क्षेत्रफल में पहले तालाब के सामने कई प्रकार की चुनौतियां भी हैं। नियमित रूप से साफ सफाई न होने के कारण यहां पर समस्याओं का फैलाव होना जारी है। जलकुंभियों के साथ-साथ आसपास का कचरा तालाब की बदहाली का सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है जिसके चलते निस्तार में दिक्कतें पैदा हो रही हैं। बहुत सारे लोगों के द्वारा तालाब की दशा पर चिंता जताने के साथ इस तरफ अच्छे काम करने का संकल्प लिया गया और उन्होंने श्रमदान भी किया। यहां की गंदगी हटाने के बाद तालाब का नजारा काफी अच्छा हुआ है। तालाब की सफाई और आकर्षण के लिहाज से यहां पर पांच बत्तख भी छोड़े गए हैं। पार्षद प्रदीप राय ने इस तरह की कोशिश की सराहना की।

याद रहे चैत्र पूर्णिमा को इसी स्थान पर दीपोत्सव का कार्यक्रम भी लोगों के द्वारा किया गया था इस दौरान 5100 दीपक तालाब के किनारे प्रज्वलित किए गए थे ताकि हर किसी को तालाब की सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर हमेशा चिंता हो। उम्मीद की आनी चाहिए कि वर्तमान में तालाब जिस स्थिति में है ऐसी तस्वीर आगे भी बनी रहेगी।

Join Whatsapp Group