सारंगढ़ बिलाईगढ़- कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू के निर्देशन और सतत् प्रयास से जिले में किसान आईडी हेतु किसानों के पंजीकरण, आयुष्मान कार्ड बनाने तथा अन्य महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए गांव और शहर में मुनादी कराई जा रही है। कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तर के अधिकारियों की बैठक लेकर इस अभियान को प्रभावी रूप से लागू करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर धर्मेश साहू ने कहा कि इस अभियान के तहत किसानों का पंजीकरण (फॉर्मर रजिस्ट्रेशन) किया जाएगा, जिससे वे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड, कृषि यंत्रीकरण योजना जैसी केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इस उद्देश्य से जिले के सभी ग्राम पंचायतों में विशेष कैंप (शिविर) आयोजित किए जाएंगे, जहां किसानों का किसान आईडी बनाया जाएगा।कलेक्टर ने जिले के सभी किसानों एवं नागरिकों से अपील किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इन शिविरों में पहुँचकर योजनाओं का लाभ उठाएँ और अपने आवश्यक दस्तावेजों के साथ समय पर पंजीकरण कराएँ।
किसान पंजीकरण हेतु आवश्यक दस्तावेज : किसान आईडी के लिए जिन दस्तावेज की आवश्यकता है उनमें आधार कार्ड, बैंक पासबुक या भूमि का बी-1, मोबाइल नंबर शामिल है।
कैसे मिलेगा लाभ :
किसानों को शिविर में पहुंचकर अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए ग्राम पंचायत सचिव, पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं किसान मित्र को जिम्मेदारी सौंपी गई है, ताकि सभी किसान शिविर में पहुँचकर अपना किसान आईडी बना सकें।
इसके अलावा, आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने की भी व्यवस्था इन शिविरों में की जाएगी। इस योजना का लाभ उठाने के लिए नागरिकों को अपना राशन कार्ड एवं आधार कार्ड साथ लाना होगा। इससे वे सरकारी एवं सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपए के निःशुल्क चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
शिविर में अन्य सेवाएँ :
आधार कार्ड से संबंधित सुधार एवं अपडेट
विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी एवं पंजीकरण
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा से जुड़ी सेवाएँ
अधिकारियों की निगरानी :
सभी ग्रामों में आयोजित इन शिविरों की निगरानी उप संचालक कृषि, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एवं तहसीलदार द्वारा की जाएगी। साथ ही, स्वास्थ्य संबंधी कार्यों की समीक्षा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ), विकासखंड चिकित्सा अधिकारी एवं डीपीएम द्वारा की जाएगी।