उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के एक गांव में एक युवती के साथ छेड़छाड़ और उसके भाई के साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने युवती को जबरन अपने घर में खींचकर उसके साथ अश्लील हरकत की और दुष्कर्म करने की कोशिश की. जब पीड़िता का भाई अपनी बहन को बचाने गया तो आरोपियों ने उसकी भी लोहे के पाइप से पिटाई कर दी.
पीड़िता ने मामले में एक रिपोर्ट दर्ज कराई. उसने शिकायत में बताया कि 26 सितंबर 2024 की सुबह करीब 9 बजे उसका भाई गांव में दवाई लेने गया था. जब वह अनीस खान के घर के पास पहुंचा तो अनीस और उसके भाई नसीम ने उसे घेर लिया और लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया. भाई के चीखने की आवाज सुनकर जब पीड़िता वहां पहुंची तो आरोपियों ने उसे भी थप्पड़ मारे, गंदी गालियां दीं और जबरन अपने घर में खींचकर ले गए.
कपड़े फाड़ने की कोशिश की
पीड़िता का आरोप है कि वहां अनीस ने उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की और उसके साथ गलत हरकत की. युवती चिल्लाने लगी. तब उसकी मां, छोटा भाई और पड़ोस की एक महिला वहां पहुंचीं और उसे बचाया. इस बीच आरोपियों ने उसके भाई को लोहे के पाइप से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचा और आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी.
मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार
पुलिस ने पीड़िता के भाई को ही गिरफ्तार कर लिया और शांति भंग करने के आरोप में उसका चालान कर दिया. पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसके भाई को थाने में बेल्ट से पीटा और समझौता करने का दबाव डाला. पुलिस ने धमकी दी कि अगर समझौता नहीं किया, तो उसे झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाएगा. जब पीड़िता को पुलिस से न्याय नहीं मिला तो उसने 29 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसएसपी और अन्य अधिकारियों को रजिस्टर्ड डाक से शिकायत भेजी.
जान से मारने की धमकी दे रहे
इससे पहले भी वह 27 सितंबर और 9 अक्टूबर को शिकायत कर चुकी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. फिर जब मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा, तो पुलिस ने आखिरकार आरोपियों के खिलाफ सोमवार, 17 फरवरी को केस दर्ज किया. अनीस और नसीम के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 504, 376/511, 342, 326 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पीड़िता और उसके परिवार का कहना है कि वह अब भी वे डरे हुए हैं. आरोपी गांव में खुलेआम घूम रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. पीड़िता ने प्रशासन से मांग की है कि उसे सुरक्षा दी जाए और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए.