भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने दूसरी बार टी20 विश्व कप का खिताब जीता

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भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने दूसरी बार टी20 विश्व कप का खिताब जीता

कुआलालंपुर/नई दिल्ली- भारतीय महिला अंडर-19 क्रिकेट टीम ने लगातार दूसरी बार टी20 विश्व कप का खिताब जीत लिया है। इस टूर्नामेंट की शुरुआत 2023 में हुई थी और पहले ही संस्करण में भारतीय टीम ने जीत हासिल की थी। तब टीम इंडिया की कप्तान शेफाली वर्मा रही थीं। अब दो साल बाद टूर्नामेंट के दूसरे संस्करण में निकी प्रसाद की कप्तानी में भारतीय टीम लगातार दूसरी बार चैंपियन बनी है।

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका की पारी 20 ओवर में 82 रन पर सिमट गई थी। जवाब में टीम इंडिया ने 11.2 ओवर में एक विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत की सीनियर और जूनियर महिला टीमों को मिलाकर 2023 के बाद यह दूसरी बार है जब कोई आईसीसी ट्रॉफी अपने घर आई हो। गोंगाड़ी त्रिशा ने फाइनल में ऑलराउंड प्रदर्शन किया। उन्होंने तीन विकेट लेने के अलावा नाबाद 44 रन भी बनाए।

दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही थी

फाइनल में भारतीय गेंदबाजों ने कहर बरपाया। भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका की टीम को 20 ओवर में 82 रन पर समेट दिया। कुआलालंपुर के बेयुमास ओवल स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की कप्तान रेनेके ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। हालांकि, उनका यह फैसला गलत साबित हुआ। टीम की शुरुआत ही खराब रही थी। दक्षिण अफ्रीकी टीम को दूसरे ओवर में सिमोन लॉरेन्स के रूप में पहला झटका लगा था। उन्हें पारुनिका सिसौदिया ने क्लीन बोल्ड किया। सिमोन खाता नहीं खोल सकीं। इसके बाद चौथे ओवर में शबनम शकील ने जेम्मा बोथा को कमालिनी के हाथों कैच कराया। जेम्मा ने 14 गेंद में तीन चौके की मदद से 16 रन बनाए। पांचवें ओवर में 20 के स्कोर पर दक्षिण अफ्रीका को तीसरा झटका लगा। आयुषी शुक्ला ने डायरा रामलकान को बोल्ड किया। वह तीन रन बना सकीं।

गोंगाड़ी ने तीन, जबकि आयुषी-पारुनिका ने दो-दो विकेट झटक

इसके बाद कायला रेनेके और कराबो मेसो ने चौथे विकेट के लिए 20 रन की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी को गोंगाड़ी त्रिशा ने तोड़ा। उन्होंने रेनेके को पारुनिका के हाथों कैच कराया। रेनेके 21 गेंद में सात रन बना सकीं। इसके बाद आयुषी शुक्ला ने मेसो को बोल्ड किया। वह 26 गेंद में 10 रन बना सकीं। गोंगाड़ी त्रिशा ने इसके बाद मिएक वान वूर्स्ट और सेशनी नायडू को भी आउट किया। मिएक 18 गेंद में 23 रन बना सकीं, जबकि सेशनी खाता नहीं खोल पाईं। वैष्णवी शर्मा ने फे क्राउलिंग (15) और मोनालिसा लेगोडी (0) को पवेलियन भेजा। पारुनिका ने एश्ले वान विक को पारी की आखिरी गेंद पर आउट किया। एश्ले भी खाता नहीं खोल सकीं। भारतीय गेंदबाजों के दबदबे के बारे में आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि दक्षिण अफ्रीका की टीम की चार खिलाड़ी खाता नहीं खोल पाईं। भारत की ओर से गोंगाड़ी ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। वहीं, पारुनिका सिसौदिया, आयुषी शुक्ला और वैष्णवी शर्मा को दो-दो विकेट मिले। शबनम शकील को एक विकेट मिला।

गोंगाड़ी के बल्ले से फिर निकले रन

इसके बाद गोंगाड़ी त्रिशा और कमालिनी ने टीम इंडिया को सधी हुई शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 30 गेंद में 36 रन जोड़े। इस साझेदारी को दक्षिण अफ्रीका की कप्तान रेनेके ने तोड़ा। उन्होंने कमालिनी को सिमोन के हाथों कैच कराया। कमालिनी आठ रन बना सकीं। इसके बाद गोंगाड़ी ने सानिका चलके के साथ मिलकर टीम इंडिया को नौ विकेट से शानदार जीत दिलाई। गोंगाड़ी 33 गेंद में आठ चौके की मदद से 44 रन और सानिका 22 गेंद में चार चौके की मदद से 26 रन बनाकर नाबाद रहीं।

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