रायपुर– शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सुकमा जिला मुख्यालय में बने कांग्रेस भवन को अटैच कर लिया है। जांच में सामने आया है कि यह भवन घोटाले की अवैध राशि से निर्मित हुआ था। साथ ही ED ने तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा की रायपुर स्थित संपत्ति और सुकमा में उनके बेटे हरीश कवासी के मकान को भी अटैच कर दिया है।
राजनीतिक दल के भवन पर पहली कार्रवाई
बताया जा रहा है कि यह देश का पहला मामला है, जब किसी राजनीतिक दल के कार्यालय को ED द्वारा अटैच किया गया है। यह कदम कांग्रेस और राज्य की राजनीति में एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
शराब घोटाले से जुड़ी संपत्तियों पर शिकंजा
ED की कार्रवाई से पहले 20 मई को EOW (आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा) और ACB (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने प्रदेश के कई शहरों में एक साथ छापेमारी की थी। दबिश के बाद अधिकारियों ने बताया था कि भारतीय दंड संहिता के तहत शराब घोटाले की विवेचना जारी है, और अब तक के साक्ष्य बताते हैं कि अवैध कमाई को विभिन्न संपत्तियों में निवेश किया गया है।
जांच एजेंसियों का दावा
जांच में यह तथ्य सामने आया कि घोटाले के प्रमुख संदेही द्वारा अवैध रूप से अर्जित धन को अलग-अलग व्यक्तियों और संस्थानों के माध्यम से रियल एस्टेट, निजी मकानों और कार्यालय भवनों में लगाया गया। इन्हीं आरोपों के तहत कांग्रेस भवन और लखमा परिवार की संपत्तियों को अटैच किया गया है।