असली उतारकर शव को पहना दिए नकली जेवर, पोस्टमार्टम हाउस के तीन कर्मचारियों पर केस

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असली उतारकर शव को पहना दिए नकली जेवर, पोस्टमार्टम हाउस के तीन कर्मचारियों पर केस

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक शर्मनाक घटना हुई है. यहां पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों ने एक शव से जेवर चोरी लिए. उसके स्थान पर शव को नकली जेवर पहना दिए थे. मामला सामने आने के बाद पोस्टमार्टम हाउस में तैनात तीन कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिकबिहार के सासाराम निवासी सुनील कुमार की बेटी, 17 वर्षीय स्नेहा सिंह यहां वाराणसी में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी.

21 फरवरी को नेहा का शव संदिग्ध परिस्थिति में हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला था. सुनील कुमार ने दावा किया था कि रात में उनकी बेटी ठीक थी. उन्होंने खुद अपनी बेटी से बात की थी और उसने ऐसी कोई बात नहीं की, जिससे यह आशंका जताई जा सके कि उसने सुसाइड किया होगा. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने सुसाइड नहीं किया है, बल्कि उसकी हत्या हुई है.

असली गहने गायब और उनकी जगह नकली

पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को देखते हुए पुलिस ने हॉस्टल के संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पोस्टमार्टम के बाद कर्मचारियों ने शव वापस किया तो छात्रा के पिता ने उसके जेवर मांगे.

उस समय कर्मचारियों ने उन्हें नकली जेवर थमा दिए. इसके बाद छात्रा के पिता ने हंगामा किया तो पुलिस ने वहां तैनात तीन कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोप है कि इन कर्मचारियों ने छात्रा की चेन और टॉप्स चुराए और उनकी जगह नकली गहने रख दिए.

हॉस्टल संचालक का कहना है कि 21 फरवरी को सुबह 6:30 बजे उसने छात्रा के कमरे का दरवाजा पीटा था और अंदर जाकर देखा तो वह मृत पाई गई थी. उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी और छात्रा की मौत की जानकारी उसके माता-पिता को दी. पोस्टमार्टम के बाद छात्रा का अंतिम संस्कार हरिश्चंद्र घाट पर किया गया था.

इस मामले में पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और पूरे मामले की जांच कर रही है. अब यह देखना है कि इस मामले में किसे दोषी ठहराया जाएगा और इस शर्मनाक कांड के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी या नहीं.

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