रायगढ़– जिले में मंगलवार को एक भावनात्मक दृश्य सामने आया, जिसने सभी की आंखें नम कर दीं। घरघोड़ा रेंज के अंडामार जंगल में एक साल का हाथी का शावक सूखे कुएं में गिर गया था, जिसे वन विभाग की टीम ने 6 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित बाहर निकाला। लेकिन इस कहानी का सबसे भावुक मोड़ तब आया जब नन्हा शावक जेसीबी चालक की ओर सूंढ़ उठाकर मानो धन्यवाद कहता नजर आया।
महिला की सतर्कता से बची जान
घटना चारमार बीट के भेंगारी गांव की है, जहां एक महिला डोरी बीनने जंगल गई थी। तभी उसने एक खुले कुएं में हलचल देखी और पास जाकर देखा तो पाया कि उसमें हाथी का कमजोर और थका हुआ शावक फंसा था। महिला ने तुरंत गांववालों को सूचना दी, जिसके बाद वन विभाग, हाथी मित्र दल और जेसीबी मशीन के साथ मौके पर पहुंचा।
घंटों चला रेस्क्यू ऑपरेशन
रेस्क्यू टीम ने कुएं के किनारे से मिट्टी हटाकर नाली बनाकर शावक को बाहर निकाला। थका-मांदा शावक कुछ पल रुका और फिर जेसीबी के पास जाकर अपनी सूंढ़ से चालक की ओर इशारा किया, जिसे वहां मौजूद लोगों ने “धन्यवाद” कहने का इशारा समझा। यह दृश्य इतना भावुक था कि वहां खड़े कई लोगों की आंखें भर आईं।
जंगल की ओर लौटा नन्हा हाथी
बचाव के बाद शावक जंगल की ओर चला गया, संभवतः अपने झुंड की तलाश में। पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और लोग इसे “संवेदनशीलता की मिसाल” बता रहे हैं।
रायगढ़ में अक्सर देखे जाते हैं हाथी
रायगढ़ के जंगलों में हाथियों की आवाजाही आम है। कभी-कभी इनके और इंसानों के बीच संघर्ष भी होता है, लेकिन यह घटना यह दर्शाती है कि जानवर भी एहसान पहचानते हैं, सिर्फ जरूरत है उनकी भाषा और भावनाओं को समझने की।
जहां इंसान संवेदनाएं भूलते जा रहे हैं, वहां एक बेजुबान जानवर इंसानियत का पाठ पढ़ा गया।