दुर्ग- भारतीय डाक विभाग दुर्ग संभाग द्वारा आज भिलाई सिविक सेंटर स्थित कला मंदिर में दो दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी “ट्विनसिटी पेक्स 2025“ के आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक डाक सेवाएं छत्तीसगढ़ परिमण्डल रायपुर दिनेश कुमार मिस्त्री और आयोजक प्रवर अधीक्षक डाकघर दुर्ग संभाग बी.एल. जांगड़े द्वारा की गई।
इस दौरान छत्तीसगढ़ की प्राचीन धरोहर देवबलोदा चरोदा स्थित शिव मंदिर पर विशेष कव्हर का विमोचन किया गया। विमोचन के माध्यम से प्राचीन छहमासी शिव मंदिर देव-बलोदा के धार्मिक महत्व को आम लोगों तक पहुँचाने का डाक विभाग के द्वारा सफल प्रयास किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर ने डाक विभाग, संचार मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति परीक्षा में चयनित दुर्ग जिले के 40 प्रतिभागी विद्यार्थियों को दीनदयाल स्पर्श योजना वर्ष 2024-2025 के अंतर्गत छात्र/छात्राओं को 6 हजार रूपए की छात्रवृति एवं प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया।
मुख्य अतिथि संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर ने सभी प्रतिभागी बच्चों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज यहां आकर दुर्लभ प्रदर्शनी देखने को मिली। उन्होंने कहा कि पहले संदेश डाक के माध्यम से भेजा जाता था। अब मोबाइल से संदेश भेजा जाता है। डाक टिकट के महत्व को बढ़ाने की जरूरत है। प्रदर्शनी में हमारे देश व विश्व की भौगोलिक, वाणिज्यिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक और पारंपरिक पृष्ठभूमि से संबंधित डाक टिकतों का संग्रह है। यहां सामान्य ज्ञान का अद्भूत भंडार है। आम नागरिकों को इसका लाभ लेना चाहिए। दो दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी में वरिष्ट वर्ग से 12, कनिष्ट वर्ग से 13 व आमंत्रित वर्ग में 07 प्रतिभागियों के फिलाटेली डाक टिकट के संग्रह की प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में देश-विदेश के दुर्लभ डाक टिकटों को आम नागरिकों के लिये प्रदर्शित किया गया है।
भारतीय डाक विभाग दुर्ग संभाग द्वारा फिलाटेली पेंटिंग/ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें विभिन्न स्कूलों के लगभग 250 विद्यार्थियों ने भाग लिया। साथ ही फिलाटेली पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया था, जिसमें विभिन्न स्कूलों के लगभग 60-70 विधार्थियों ने वर्कशॉप में शामिल होकर फिलाटेली पर जानकारी प्राप्त किया। इस अवसर पर डाक विभाग के अधिकारी/कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी और उनके अभिभावक उपस्थित थे।